नई दिल्ली (पीटीआई)कोरोना वायरस महामारी के बीच भारत सरकार ने गुरुवार को कहा कि वह 22 मार्च से 29 मार्च तक किसी भी अंतरराष्ट्रीय कमर्शियल यात्री विमान को देश में लैंड करने की अनुमति नहीं देगी। इसके अलावा केंद्र सरकार ने कहा कि रेलवे और सिविल एविएशन मंत्रालय को छात्रों, रोगियों व विकलांगों को छोड़कर सभी ट्रेनों और उड़ानों में रियायती यात्रा को स्थगित करना चाहिए। सरकार ने कहा, 'इसी तरह, 10 वर्ष से कम उम्र के सभी बच्चों को घर पर रहने और बाहर उद्यम नहीं करने की सलाह दी जानी चाहिए।' वहीं, केंद्र ने राज्यों से अनुरोध किया है कि वे आपातकालीन और आवश्यक सेवाओं में काम करने वाले लोगों को छोड़कर निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम पॉलिसी लागू करें।

लोगों को घर पर रहने की सलाह दे राज्य सरकार

सरकारी बयान में कहा गया है, 'राज्य सरकारें उचित दिशा-निर्देश जारी करेंगी ताकि जन प्रतिनिधियों या सरकारी कर्मचारियों या चिकित्सा पेशेवरों को छोड़कर 65 से ऊपर के सभी नागरिकों को घर पर बने रहने की सलाह दी जाए।' भीड़ को कम करने के लिए, केंद्र सरकार के कर्मचारियों के सभी समूह बी और सी श्रेणी को अल्टरनेट सप्ताह पर ऑफिस में आने के लिए कहा जाएगा। इसके अलावा सभी कर्मचारियों के लिए एक समय भी तय होगा। बता दें कि भारत सहित कई देशों के विमानन उद्योग को कोरोना के चलते भारी नुकसान पहुंचा है, इसलिए दुनिया भर की प्रमुख एयरलाइनों ने अपने उड़ान संचालन में भारी कमी कर दी है। इसके अलावा, COVID-19 के चलते कई देशों ने अपनी सीमाओं को आंशिक रूप से सील कर दिया है, जिसका खामियाजा एयरलाइन कंपनियों को भुगतना पड़ रहा है।

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