- कांवरिया रूट पर शुरू हुई हर घंटे ड्रोन से निगरानी

- कछवां रोड से मोहनसराय और गोदौलिया क्षेत्र में उड़ रहे दो ड्रोन

काशी यूं तो सालभर दर्शनार्थियों और पर्यटकों की अगवानी में लगी रहती है मगर सावन का महीना खास होता है। इस महीने में बाबा काशी विश्वनाथ समेत शहर के 11 अन्य मंदिरों में दर्शन के लिए लाखों की भीड़ जुटती है। इस भीड़ के बीच कोई अव्यवस्था न फैले, इसके लिए आसमान से भी निगरानी शुरू कराई गई है। उड़ती नजर यानी ड्रोन कैमरे कछवां रोड से मोहनसराय और गोदौलिया से मैदागिन रोड पर हर घंटे उड़ रहे हैं।

जवानों को देते हैं निर्देश

एसएसपी आनंद कुलकर्णी के निर्देश पर वाराणसी पुलिस ने इस व्यवस्था की शुरुआत की है। एसपी ट्रैफिक सुरेश चंद्र रावत ने बताया कि ड्रोन से निगरानी के कई फायदे हैं। इसके जरिए कांवरिया रूट पर जबरन घुसने वाले वाहन, जाम, पार्किंग के अलावा जवानों की ड्यूटी की निगरानी भी आसान हो गई है। ड्रोन कैमरे से पूरे इलाके के कुछ मिनट के वीडियो हर घंटे बनाकर कंट्रोल रूम को भेजे जाते हैं। वीडियो के आधार पर जवानों को निर्देश दिए जाते हैं।

भीड़ बढ़ी तो बढ़ा दी फोर्स

ड्रोन से रियल टाइम वीडियो का फायदा यह है कि पता चल जाता है कि अगले कुछ घंटों में मंदिर क्षेत्र में कितनी भीड़ आने वाली है। भीड़ बढ़ते ही क्षेत्र में अतिरिक्त फोर्स की तैनाती और जरूरी डायवर्जन लागू कर दिया जाता है। ड्रोन कैमरे के जरिए कांवरिया रूट में घुसने वाले वाहनों पर भी तत्काल कार्रवाई कराई जा चुकी है। एसपी ट्रैफिक ने बताया कि ड्रोन इसलिए भी जरूरी था क्योंकि कछवां रोड से मोहनसराय रोड पर सड़क किनारे कैमरे लगाने के लिए मुफीद जगहों की काफी कमी है।

तीन किमी एरिया कर रहे कवर

अत्याधुनिक ड्रोन कैमरे से तीन किमी तक के एरिया की निगरानी आसानी से हो जाती है। डेढ़ सौ फिट की ऊंचाई से यह कैमरे तीन किमी तक के इलाके में चक्रमण कर सकते हैं। गोदौलिया क्षेत्र में तैनात ड्रोन कैमरे से मैदागिन से चौक मार्ग होते हुए गोदौलिया और रामापुरा तक के क्षेत्र की निगरानी हो जाती है।

बयान

फिलहाल दो ड्रोन कैमरे निगरानी के काम में लगाए गए हैं। इनसे भीड़, जाम और ड्यूटी तक आसानी से देखी जा सकती है। इन कैमरों के जरिये हर घंटे कंट्रोल रूम को रिपोर्ट मिल रही है।

सुरेश चंद्र रावत, एसपी ट्रैफिक वाराणसी