- जेल में गंभीर बीमारी से जूझ रहा शातिर बदमाश

- दूसरी बार पुलिस को चकमा दे कस्टडी से हुआ फरार

<- जेल में गंभीर बीमारी से जूझ रहा शातिर बदमाश

- दूसरी बार पुलिस को चकमा दे कस्टडी से हुआ फरार

GORAKHPUR: GORAKHPUR: आगरा मेडिकल कॉलेज से फरार चंदन सिंह ने एक बार फिर पुलिस के सामने चुनौती खड़ी कर दी है। पुलिस अभिरक्षा से चंदन के फरार होने से पूरे यूपी में हड़कंप मच गया है। दूसरी बार चंदन के भागने को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। चिलुआताल एरिया के डोहरिया में दिन दहाड़े हुए संतोष सिंह मर्डर कांड का मुकदमा दर्ज फाइनल स्टेज में पहुंच चुका है। इस मुकदमे में सुलह के लिए चंदन सिंह ने विपक्षी से एक करोड़ का सौदा किया था। चंदन के फरार होने के बाद से एसटीएफ गोरखपुर यूनिट, जिला पुलिस सक्रिय हो गई है। उसके करीबियों को सर्विलांस पर लेकर निगरानी की जा रही है।

ब्9 मुकदमे हैं दर्ज

चिलुआताल एरिया के कुशहरा निवासी दीनानाथ सिंह का बेटा चंदन सिंह उर्फ देवकी नंदन हत्या, रंगदारी, लूट, हत्या के प्रयास सहित कई आपराधिक गतिविधियों के लिए कुख्यात है। वर्ष ख्00म् में भूमि विवाद को लेकर गांव में हुई हत्या में चंदन सिंह पहली बार जेल गया। जेल जाने के बाद चंदन सिंह की आपराधिक गतिविधियां बढ़ती चली गई। आजीवन कारावास की सजा होने पर चंदन सिंह का हौसला नहीं टूटा। जमानत पर छूटने के बाद वह लूटपाट, रंगदारी की वारदातें करने लगा। बेहद की कम समय में उसने बड़ा गैंग खड़ा कर लिया। चंदन के खिलाफ गोरखपुर, देवरिया, बस्ती, संतकबीरनगर सहित कई जिलों में ब्9 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें हत्या के छह, हत्या के प्रयास के नौ, लूट के क्भ् और रंगदारी के आधा दर्जन मामले भी शामिल हैं।

ट्रेन से कूदकर हुआ फरार

बड़हलगंज में आठ लाख रुपए की लूट करके भागे चंदन सिंह को पुलिस ने शाहपुर एरिया से अरेस्ट किया था। वह अपने नजदीकी रिश्तेदार छोटू सिंह के घर में छिपा था। जिसकी भनक पुलिस को लग गई। चंदन की गतिविधियों को देखते हुए प्रशासन ने उसे देवरिया जेल में शिफ्ट कर दिया। गोरखपुर के मुकदमों में कोर्ट की पेशी से देवरिया लौट रहा चंदन सिंह ट्रेन से कूदकर फरार हो गया। अपने साथियों के साथ लखनऊ में ठिकाना बनाकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वारदातें शुरू कर दी। क्8 जुलाई ख्0क्ब् को बाराबंकी में हुई लूट के आरोप में पुलिस ने चंदन सिंह, उसके साथियों जय प्रकाश सिंह उर्फ रिंकू सिंह, दीपक मिश्रा, आशीष सिंह और रमेश को पुलिस ने अरेस्ट किया।

डी नाइन गैंग का सरगना

लूट, मर्डर और रंगदारी के लिए कुख्यात चंदन सिंह गोरखपुर में रजिस्टर्ड डी नाइन गैंग कर सरगना है। वर्ष ख्009 में चंदन सिंह के खिलाफ चिलुआताल थाना में हिस्ट्रीशीट खुली थी। चंदन के बढ़ते वर्चस्व को देखते हुए पुलिस ने उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। गैंग में शामिल ख्ख् से अधिक लोगों में ज्यादातर को अरेस्ट करके जेल भेज दिया। बावजूद इसके चंदन सिंह की गतिविधिया नहीं रुकी। जिले के कई डॉक्टर्स, बाइक एजेंसी संचालक और नौसढ़ स्थित एक फोर व्हीलर एजेंसी के मालिक से रंगदारी मांगकर चंदन ने सबका चैन छीन लिया। उसकी गतिविधियों पर लगाम कसने के प्रशासनिक आधार पर उसे बदायूं जेल में शिफ्ट कर दिया गया। लीवर में इंफेक्शन होने पर बदायूं से उसे आगरा मेडिकल कालेज ले जाया गया। मंगलवार की शाम चार बजे पुलिस को चकमा देकर वह दोबारा फरार हो गया।

एक करोड़ में सुलह

पुरानी रंजिश को लेकर चंदन सिंह और उसके साथियों ने डोहरिया चौराहे पर दिन दहाड़े काजीपुर निवासी संतोष सिंह की हत्या कर दी। दीपावली के दिन चौराहे पर संतोष सिंह सामान लेने गया। तभी बाइक सवार चार लोगों ने उसको घेरकर गोलियां बरसाई। इस मामले में चंदन सिंह और उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा फाइनल स्टेज में पहुंच चुका है। मुकदमे में सजा होने के डर से चंदन सिंह ने संतोष सिंह के भाई विजय सिंह से एक करोड़ में सुलह करने की बात की। लेकिन विजय सिंह ने इस समझौते को मानने से मना कर दिया। दो साल से लगातार जेल में रहने, गैंग के ज्यादातर सदस्यों के पकड़े जाने से चंदन सिंह का नेटवर्क लगभग ध्वस्त हो चुका था। आशंका जताई जा रही है कि दोबारा गैंग खड़ा करने के लिए वह फरार हुआ है। उसके भागने के पीछे कोई गहरी साजिश है।