- नगर निगम ने कलेक्ट्रेट प्रशासन को नहीं दी थी सूचना

- अचानक भीड़ देख घबराया प्रशासन, एडीएम सिटी ने पुलिस से ठेकेदारों को भगाया

<- नगर निगम ने कलेक्ट्रेट प्रशासन को नहीं दी थी सूचना

- अचानक भीड़ देख घबराया प्रशासन, एडीएम सिटी ने पुलिस से ठेकेदारों को भगाया

GORAKHPUR: GORAKHPUR: नगर निगम की मामूली-सी चूक से शुक्रवार को कलेक्ट्रेट कैंपस में अफरातफरी मच गई। अचानक जुटी भीड़ देख महकमे में हलचल मच गई। प्रशासन पदाधिकारी कुछ समझ नहीं पाए। पुलिस को आदेश देकर भीड़ को वहां से भगाया। बाद में मालूम हुआ कि नगर निगम के 9क् कार्यो के लिए टेंडर फॉर्म की बिक्री हो रही थी। दरअसल, इसकी सूचना नगर निगम प्रशासन ने कलेक्ट्रेट प्रशासन को नहीं दी थी। जानकारी होने के बाद प्रशासन ने फिर से फॉर्म बिक्री शुरू करा दी।

तीन दिन पहले निकला विज्ञापन

नगर निगम के बोर्ड फंड से शहर में 9क् कार्यो को लेकर तीन दिन पहले टेंडर का विज्ञापन छपा। शुक्रवार को इसके लिए फॉर्म बिकना था। इसके लिए सुबह में ही नगर निगम के निर्माण विभाग के क्लर्क अशोक उपाध्याय अपने एक सहयोगी के साथ कलेक्ट्रेट में पहुंच गए लेकिन इसकी जानकारी कलेक्ट्रेट प्रशासन को नहीं दी। सुबह क्क् बजे जैसे ही फॉर्म की बिक्री शुरू हुई, वहां ठेकेदार और समर्थकों की भीड़ जुट गई। कुछ ही देर में वहां लगभग पांच सौ की संख्या में लोग पहुंच गए।

वर्जन

किसी को भगाया नहीं गया था। अचानक भीड़ देखकर उसे हटाने के लिए कहा गया था। जिनको टेंडर फॉर्म लेना था, उनको छोड़कर बाकी लोगों को हटने के लिए कहा गया।

डॉ। चंद्रभूषण, एडीएम सिटी