कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Dainik Panchang 14 Dec 2020: सोमवार अमावस्या तिथि 21:47:27 तक तदोपरान्त प्रतिपदा तिथि है। अमावस्या तिथि के स्वामी पित्र देव हैं तथा प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्निदेव हैं। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दर्पण देखकर या दूध पीकर जायें। इस तिथि में कांसे के पात्र में भोजन करना मना है। यह तिथि पितृ कार्य और शल्य क्रिया के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

14 दिसम्बर 2020 दिन- सोमवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 06:42:53

सूर्यास्तः- सायं 05:02:27

विशेषः- जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति के लिए हर सोमवार को शिव लिंग पर पंचामृत या मीठा कच्चा दूध चढ़ाने से भगवान महादेव जी की कृपा बरसती है ।

विक्रम संवतः- 2077

शक संवतः- 1942

अयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- हेमन्त ऋतु

मासः- पौष माह

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- अमावस्या तिथि 21:47:27 तक तदोपरान्त प्रतिपदा तिथि

तिथि स्वामीः- अमावस्या तिथि के स्वामी पित्र देव हैं तथा प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्निदेव हैं।

नक्षत्रः- ज्येष्ठा नक्षत्र 23:26:34 तक तदोपरान्त मृग नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- ज्येष्ठा नक्षत्र के स्वामी बुध देव जी हैं तथा मृग नक्षत्र के स्वामी केतु देव जी हैं।

योगः- शूल 24:52:00 तक तदोपरान्त गंड

दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दर्पण देखकर या दूध पीकर जायें।

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 01:33:00 P.M से 02:51:00 P.M तक

राहुकालः- आज का राहुकाल 08:23:00 A.M से 09:40:00 A.M तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में कांसे के पात्र में भोजन करना मना है। यह तिथि पितृ कार्य और शल्य क्रिया के लिए शुभ है।

“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

Astrologer Dr. Trilokinath