डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 14 March 2021 रविवार को प्रतिपदा तिथि 17:07:20 तक तदोपरान्त द्वितीया तिथि है। प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं तथा द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं। रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए। रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें। इस तिथि में कद्दू नही खाना चाहिए यह तिथि प्राण प्रतिष्ठा, चूड़ा कर्म, गृह प्रवेश आदि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

14 मार्च 2021 दिन- रविवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 06:12:00

सूर्यास्तः- सायं 06:02:11

विशेषः- रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए।

विक्रम संवतः- 2077

शक संवतः- 1942

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- बसंत ऋतु

मासः- फाल्गुन माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- प्रतिपदा तिथि 17:07:20 तक तदोपरान्त द्वितीया तिथि

तिथि स्वामीः- प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं तथा द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं।

नक्षत्रः- उत्तरा भाद्रपद 26:20:18 तक तदोपरान्त रेवती नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- उत्तरा भाद्रपद के स्वामी शनि देव हैं तथा रेवती नक्षत्र के स्वामी बुध देव जी हैं।

योगः- शुक्ल 08:00:00 तदोपरान्त ब्रह्मा

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 03:29:00 P. M से 04:59:00 P.M तक

दिशाशूलः- रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें।

राहुकालः- आज का राहु काल 04:53:00P.M से 06:28:00P.M तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में कद्दू नही खाना चाहिए यह तिथि प्राण प्रतिष्ठा, चूड़ा कर्म, गृह प्रवेश आदि के लिए शुभ है।

“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”