डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 15 September 2021: बुधवार 15 सितंबर को नवमी तिथि 11:18:32 तक समाप्ति तदोपरान्त दशमी तिथि है। नवमी तिथि की स्वामिनी माँ दुर्गा जी हैं तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी है। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें। इस तिथि में लौंकी नही खाना चाहिए यह तिथि रिक्ता तिथि है और इस तिथि में मांगलिक कार्य करना वर्जित है । दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

15 सितम्बर 2021 दिन- बुधवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 05:54:00

सूर्यास्तः- सायं 06:08:00

विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- शरद ऋतु

मासः- भाद्र माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- नवमी तिथि 11:18:32 तक समाप्ति तदोपरान्त दशमी तिथि

तिथि स्वामीः- नवमी तिथि की स्वामिनी माँ दुर्गा जी हैं तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी है।

नक्षत्रः- मूल नक्षत्र 08:16:00 तक समाप्ति तदोपरान्त पूर्वा आषाढ़ नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- मूल नक्षत्र के स्वामी केतु देव हैं तथा पूर्वा आषाढ़ नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव है।

योगः- सौभाग्य 24:52:06 तक

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 10:43:00 से 12:16:00 तक

दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।

राहुकालः- आज का राहु काल 12:16:00 से 01:18:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में लौंकी नही खाना चाहिए यह तिथि रिक्ता तिथि है और इस तिथि में मांगलिक कार्य करना वर्जित है ।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”