डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 24 March 2021 बुधवार को एकादशी तिथि 03:39:00 तक तदोपरान्त द्वादशी तिथि है।एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी तथा द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं । बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें। एकादशी तिथि में चावल एवं सेम नहीं खाना चाहिए यह तिथि उपवास, धार्मिक कृत्य उद्यापन तथा कथा एकादशी में शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

24 मार्च 2021 दिन-बुधवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 06:01:04

सूर्यास्तः- सायं 06:07:16

विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

विक्रम संवतः- 2077

शक संवतः- 1942

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- बसंत ऋतु

मासः- फाल्गुन माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- एकादशी तिथि 03:39:00 तक तदोपरान्त द्वादशी तिथि

तिथि स्वामीः- एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी तथा द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं ।

नक्षत्रः- पुष्य नक्षत्र 23:13:08 तक तदोपरान्त अश्लेषा नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि देव हैं तथा अश्लेषा नक्षत्र के स्वामी बुध देव हैं।

योगः- अतिगंड 11:40:43 तक तदोपरान्त सुकर्म

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 10:56:00 से 12:27:00 तक

दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।

राहुकालः- आज का राहु काल 12:27:00 से 01:59:00 तक

तिथि का महत्वः- एकादशी तिथि में चावल एवं सेम नहीं खाना चाहिए यह तिथि उपवास, धार्मिक कृत्य उद्यापन तथा कथा एकादशी में शुभ है।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”