डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 26 Feb 2021 शुक्रवार को चतुर्दशी तिथि 15:50:47 तक तदोपरान्त पूर्णिमा तिथि है। चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव जी हैं तथा पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं। आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं। शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें। इस तिथि में तिल का तेल नही खाना चाहिए इस तिथि में मांगलिक कार्य करने के लिए वर्जित है।दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

26 फरवरी 2021 दिन-शुक्रवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 06:28:21

सूर्यास्तः- सायं 05:53:11

विशेषः- आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।

विक्रम संवतः- 2077

शक संवतः- 1942

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- बसंत ऋतु

मासः- माघ माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- चतुर्दशी तिथि 15:50:47 तक तदोपरान्त पूर्णिमा तिथि

तिथि स्वामीः- चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव जी हैं तथा पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं।

नक्षत्रः- अश्लेषा नक्षत्र 12:35:52 तक तदोपरान्त माघ नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- अश्लेषा नक्षत्र के स्वामी बुध देव हैं तथा माघ नक्षत्र के स्वामी केतु देव हैं।

योगः- अतिगंड 22:34:44 तक तदोपरान्त सुकर्म

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 08:16:00 A.M से 09:42:05 AM तक

दिशाशूलः- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें।

राहुकालः- आज का राहु काल 11:08:00 से 12:34:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में तिल का तेल नही खाना चाहिए इस तिथि में मांगलिक कार्य करने के लिए वर्जित है।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”