डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 26 June 2021 शनिवार को द्वितीया तिथि 18:12:16 तक तदोपरान्त तृतीया तिथि है। द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं तथा तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं। शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें। आज के दिन बैंगन और नींबू खाना मना है और यह तिथि राज संबंधी कार्य एवं भूषणादि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

26 जून 2021 दिन- शनिवार का पंचाग

सूर्योदयः- प्रातः 05:13:00

सूर्यास्तः- सायं 06:47:13

विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- उत्तरायण

ऋतुः- वर्षा ऋतु

मासः- आषाढ़ा माह

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- द्वितीया तिथि 18:12:16 तक तदोपरान्त तृतीया तिथि

तिथि स्वामीः- द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं तथा तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं।

नक्षत्रः- उत्तरा आषाढ़ा नक्षत्र 26:36:48 तक तदोपरान्त श्रवण

नक्षत्र स्वामीः- उत्तरा आषाढ़ा नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव हैं तदोपरान्त श्रवण नक्षत्र के स्वामी चन्द्र जी हैं।

योगः- इन्द्र 19:17:32 तक तदोपरान्त वैधृति

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 05:24:00 से 07:09:00 बजे तक

दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।

राहुकालः- आज का राहुकाल 08:54:00 से 10:39:00 बजे तक

तिथि का महत्वः- आज के दिन बैंगन और नींबू खाना मना है और यह तिथि राज संबंधी कार्य एवं भूषणादि के लिए शुभ है।

“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखें।”