डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 29 December 2021 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। बुधवार 29 दिसंबर दशमी तिथि समाप्ति 16:14:10 तक तदोपरान्त एकादशी तिथि है। नवमी तिथि की स्वामिनी दुर्गा जी हैं तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी हैं। मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें

बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें। इस तिथि में परवल / कलम्बी नही खाना चाहिए व अन्नप्रासन, विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

29 दिसम्बर 2021 दिन- बुधवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 06:47:00

सूर्यास्तः- सायं 05:13:00

विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- शिशिर ऋतु

मासः- पौष माह

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- दशमी तिथि समाप्ति 16:14:10 तक तदोपरान्त एकादशी तिथि

तिथि स्वामीः- दशमी तिथि की स्वामी यमराज जी हैं तथा एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी हैं।

नक्षत्रः- स्वाति 26:39:00 तक तदोपरान्त विशाखा नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- स्वाति नक्षत्र के स्वामी राहु देव हैं तथा विशाखा नक्षत्र के स्वामी गुरु देव हैं।

योगः- सुकर्म 25:16:14 तक तदोपरान्त धृति

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 11:05:00 से 12:22:00 बजे तक

दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।

राहुकालः- आज का राहुकाल 12:22:00 से 01:40:00 बजे तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में परवल / कलम्बी नही खाना चाहिए व अन्नप्रासन, विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है।

“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखें।”