डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 29 September 2021: हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। बुधवार 29 सितंबर को अष्टमी तिथि 08:32:56 तक तदोपरान्त नवमी है। अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं तथा नवमी तिथि की स्वामिनि दुर्गा जी हैं। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्त्व होता है आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें। इस तिथि में नारियल नहीं खाना चाहिए तथा यह तिथि आभूषण, रत्न खरीदने और धारण करने के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

29 सितंबर 2021 दिन- बुधवार का पंचाग
सूर्योदयः- प्रातः 06:12:02
सूर्यास्तः- सायं 06:10:00
विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्त्व होता है आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शरद ऋतु
मासः- आश्विन माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- अष्टमी तिथि 08:32:56 तक तदोपरान्त नवमी
तिथि स्वामीः- अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं तथा नवमी तिथि की स्वामिनि दुर्गा जी हैं।
नक्षत्रः- आर्द्रा 11:26:00 तक तदोपरान्त पुनर्वसु
नक्षत्र स्वामीः- आर्द्रा नक्षत्र के स्वामी राहु देव हैं तथा पुनर्वसु नक्षत्र के स्वामी बुध है।
योगः- वरियन 06:33:31 तक तदोपरान्त परिधा
गुलिक कालः- शुभ गुलिक 10:41:00 से 12:11:00 तक
दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।
राहुकालः- राहु काल 12:11:00 से 01:41:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में नारियल नहीं खाना चाहिए तथा यह तिथि आभूषण, रत्न खरीदने और धारण करने के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”