(डाॅ. त्रिलोकीनाथ, ज्योतिषाचार्य)। बुधवार का पंचांग जानिए जिसमें दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल व गुलिक काल की वास्तविक स्थिति विस्‍तार से ज्ञात होगी।

पढ़ें 31 मार्च 2021 दिन-बुधवार का पंचाग

सूर्योदयः- प्रातः 05:53:25
सूर्यास्तः- सायं 05:10:43

विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
विक्रम संवतः- 2077
शक संवतः- 1942
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- बसंत ऋतु
मासः- चैत्र माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- तृतीया तिथि 14:07:33 तक तदोपरान्त चतुर्थी तिथि
तिथि स्वामीः- तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं।
नक्षत्रः- स्वति नक्षत्र 09:46:02 तक तदोपरान्त विशाखा नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- स्वाति नक्षत्र के स्वामी राहु हैं तथा उत्तरा विशाखा नक्षत्र के स्वामी शनि है।
योगः- हर्षण 09:58:28 तक तदोपरान्त सिद्धि

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 10:52:00 से 12:25:00 बजे तक
दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहुकाल 12:25:00 बजे से 01:58:00 तक
तिथि का महत्वः- तृतीया तिथि को परवल नहीं खाना चाहिए और इस तिथि में शिल्प, चूड़ा कर्म, अन्नप्राशन व गृह प्रवेश शुभ है।
'हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी,योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वाले पाठक पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।'