कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Dainik Panchang 4 Dec, 2020: शुक्रवार को चतुर्थी तिथि 20:04:55 बजे तक तदोपरान्त पंचमी तिथि है। चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं और पंचमी तिथि के स्वामी सर्पदेव (नागराज) जी हैं। आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं। शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें। आज के दिन मूली नही खाना चाहिए और कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

04 दिसम्बर 2020 दिन- शुक्रवार का पंचाग

सूर्योदयः- प्रातः 06:46:08

सूर्यास्तः- सायं 05:00:15

विशेषः- आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।

विक्रम संवतः- 2077

शक संवतः- 1942

आयनः-दक्षिणायन

ऋतुः- हेमन्त ऋतु

मासः- पौष मास

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- चतुर्थी तिथि 20:04:55 बजे तक तदोपरान्त पंचमी तिथि

तिथि स्वामीः- चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं और पंचमी तिथि के स्वामी सर्पदेव (नागराज) जी हैं।

नक्षत्रः- पुनर्वसु नक्षत्र 14:49:12 बजे तक तदोपरान्त पुष्य नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- पुनर्वसु नक्षत्र के स्वामी गुरु देव हैं तथा पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि देव हैं।

योगः- शुक्ल 10:27:44 बजे तक तदोपरान्त ब्रह्मा

गुलिक कालः- आज का शुभ गुलिक काल 08:17:14 से 09:45:00 बजे तक

दिशाशूलः- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें।

राहुकालः- आज का राहुकाल 10:54:00 से 12:11:45 बजे तक

तिथि का महत्वः- आज के दिन मूली नही खाना चाहिए और कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना ।”

By Astrologer Dr. Trilokinath