चार महीने में उबने लगा बीवी से मन

मनपंसद लड़की से शादी की थी। सिर्फ चार महीने हुए थे शादी के लेकिन इन दिल फेंक आशिक को नशा चढ़ा हुआ था इश्कबाजी का। चार महीने में ही उन्होंने एक टीनेजर लड़की से अफेयर शुरु कर दिया। नेचर आशिक मिजाज था ऐसे में वह टीनेज गर्ल भी इन महाशय के जाल में फंस गई।

बी फॉर्मा कर चुका है शिवम

शिवम द्विवेदी प्रतापगढ़ के जेठवारा का रहने वाला है। वह बी-फार्मा करने के बाद सरकारी जॉब पाने की कोशिशों में लगा है। जेब खर्च निकालने के लिए वह पिता की मदद करता है। करीब चार महीने पहले शिवम ने अपनी मनपसंद लड़की से शादी की। लड़की एक हॉस्पिटल में बतौर नर्स काम करती है। यह शादी दोनों परिवारों की रजामंदी से हुई थी।

किशोरी को प्यार में फंसाया

शिवम ने शादी तो कर ली लेकिन कुछ ही दिनों बाद उसका दिल किसी और पर अटक गया। अपने एरिया की टीन एजर लड़की के साथ उसे प्यार हो गया। शिवम का दावा है कि राधा (परिवर्तित नाम) बीए की स्टूडेंट है और वह माइनर नहीं है। शादी के बाद से उसका अपनी वाइफ से अटैचमेंट खत्म होने लगा था। इस बीच उसका राधा से मिलना-जुलना बढ़ गया था। उसने राधा को यह भी नहीं बताया था कि वह शादीशुदा है। राधा की फैमिली मुम्बई में जॉब में करती है। उनका करोड़ों का कारोबार है। शिवम राधा के साथ लगातार टच में था। शिवम हर हाल में राधा से शादी करना चाहता था। किस्मत ने उसका साथ दिया और राधा भी आखिरकार शिवम पर फिदा हो गई। शिवम के एक बार कहने पर राधा उसके साथ भागने के लिए तैयार हो गई। प्लानिंग करके दोनों चार दिन पहले प्रतापगढ़ से भाग निकले और पहुंच गए बनारस।

बीच सड़क पर हुई जमकर धुनाई

राधा के गायब होने की खबर से उसके घरवाले परेशान थे। अपने स्तर से पता लगाने की कोशिश कर रहे थे कि आखिर राधा चली कहां गई। इसी दौरान उन्हें राधा की लव स्टोरी का पता चल गया। उन्होंने जेठवारा थाने में शिवम के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज करा दिया। पुलिस के साथ घर वाले भी शिवम से कांटैक्ट की कोशिशों में लगे थे। राधा के घर वालों ने शिवम को समझाया कि वह दूसरी शादी करके फंस जाएगा। वह राधा को उनके हवाले कर दे तो वह उसे माफ कर देंगे। कांटैक्ट में आने पर कुछ लोगों ने शिवम को समझाया और समझौता कराने के लिए बुला लिया। शिवम थर्सडे को राधा के साथ इलाहाबाद पहुंचा। आनंद भवन के पास राधा की पूरी फैमिली पहले से उसके स्वागत की तैयारी में थी। शिवम को देखते ही वे टूट पड़े और जमकर धुना।

मददगार भी मौका देख निकल लिए

शिवम चारों तरफ से घिर चुका था। उसके साथ पहुंचे मददगार भी परिस्थितियां विपरीत देखकर उसे अकेला छोड़कर निकल लिए। राधा को उसके घर वालों ने पकड़ा और कार में बैठा लिया। शिवम को पिटता देख क्राइम ब्रांच के सदस्यों की नजर उस पर पड़ गई। उन्होंने शिवम को अपने कस्टडी में लिया और कर्नलगंज पुलिस के हवाले कर दिया। कर्नलगंज पुलिस ने शिवम को जेठवारा पुलिस को सौंप दिया।