इन दिनों इटली में रह रही बोरिस कर बेटी झाना नेमोत्सोव ने यहां मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा, ‘मेरे पास इसका कोई सुबूत नहीं है, लेकिन राजनीतिक रूप से इसके लिए रूस के राष्ट्रंपति व्लादिमीर पुतिन जिम्मेदार हैं.’ उनसे पूछा गया था कि क्या वे मानती हैं कि पुतिन ने उनके पिता की हत्या का आदेश दिया था. तो झाना ने कहा कि सिर्फ पुतिन से ही उनके पिता की लड़ाई था.

डरती नहीं हैं झाना

झाना ने कहा कि उनके पिता विपक्ष के सबसे बड़े नेता थे. वे पुतिन के आलोचक थे. उनकी लड़ाई सिर्फ पुतिन से थी, किसी और से नहीं. उनकी मौत के बाद विपक्ष नेतृत्वविहीन हो गया है और हर कोई भयभीत है. झाना ने रूसी एजेंसियों द्वारा खुद को प्रताडि़त किए जाने की भी आशंका जताई. उन्होंने कहा, अब वे मेरे साथ राजनीतिक कार्यकर्ता जैसा व्यवहार कर सकते हैं. लेकिन, मैं भयभीत नहीं हूं और 15 मार्च को रूस जा रही हूं. मेरे पिता की हत्या की गई है और मैं चुप नहीं रह सकती.

नेमोत्सोव (55) की गत 27 फरवरी को मॉस्को में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुतिन ने इस हत्या की कड़ी निंदा की थी. इस मामले में पांच लोग हिरासत में लिए गए हैं. इनमें से दो पर हत्या का आरोप लगाया गया है.

स्वस्थ हैं पुतिन

इस बीच पुतिन के स्वास्थ्य को लेकर जारी अटकलों को क्रेमलिन ने खारिज कर दिया है. पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने गुरुवार कहा कि राष्ट्रपति स्वस्थ हैं और अपना कामकाज कर रहे हैं.  कजाखिस्तान दौरा रद किए जाने के बाद से 62 वर्षीय पुतिन के स्वास्थ्य को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं. कहा जा रहा था कि वह बीमार हैं. पांच मार्च के बाद से टेलीविजन पर उनके नहीं दिखने के कारण इन कयासों को और बल मिल गया था.

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