- आगरा में दस एकड़ जमीन की है जरूरत, जिला प्रशासन अब तक नहीं तलाश सका है जमीन
- यूपीडा ने 300 हेक्टेयर भूमि चिह्नित करने की बात कही है। लेकिन, सर्वे का काम नहीं हो सका पूरा
आगरा : एक डिफेंस एक्सपो की चर्चा हर ओर हो रही है, तो वहीं, दूसरी ओर अभी आगरा में डिफेंस इंडिस्ट्रियल कॉरिडोर के जमीन तक फाइनल नहीं हो सकी है, जबकि यह प्रोजक्ट योगी सरकार की प्राथमिकताओ में शुमार है। हालांकि, यूपीडा (यूपी इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी) ने 300 हेक्टेयर भूमि चिह्नित करने की बात कही है। लेकिन, अब तक सर्वे का काम पूरा नहीं हो सका है।
टीटीजेड बनेगा रोड़ा
डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में इंडस्ट्रीज बिना टीटीजेड की अनुमति के संचालित नहीं होंगी। बाह को छोड़कर पूरा एरिया टीटीजेड (ताज ट्रिपेजियम जोन) में आता है।
टीटीजेड पर नजर
गठन:: वर्ष 1999
जिले:: 6
एरिया:: 10400 वर्ग मी।
ये डिस्ट्रिक्ट शामिल
आगरा
मथुरा
फिरोजाबाद
भरतपुर
हाथरस
एटा
बॉक्स
बीएचईएल ने मांगी 10 एकड़ जमीन
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड कंपनी ने उद्योग विभाग से 10 एकड़ जमीन मांगी है। इसको इनर रिंग रोड के पास चिह्नित किया गया है, लेकिन अब तक इस पर कोई निर्णय नहीं हो सका।
टीटीजेड में इन पर लगी है रोक
- प्रदूषण फैलाने वाली औद्योगिक इकाइयां
- नए उद्योग, होटल और हॉस्पिटल
ये होगा फायदा
डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनने से आसपास के लोगों को रोजगार मिलने के साथ डोमेस्टिक प्रोडक्शन को बढ़ावा मिलेगा। इस कॉरिडोर में ड्रोन, एयरक्राफ्ट, हेलिकॉप्टर असेंबलिंग सेंटर डिफेंस पार्क, बुलेटप्रूफ जैकेट, रक्षा के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को बढ़ावा देने के उपकरण, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री, डिफेंस इनोवेटिव आदि का हब होगा।
डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरीडोर पर नजर
कॉरिडोर अलीगढ़ से शुरूहोकर आगरा, झांसी, चित्रकूट, कानपुर होते हुए लखनऊ पहुंचेगा। इसमें देसी-विदेशी कंपनियां 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेंगी। अभी पहले चरण का काम चल रहा है। इसमें तीन हजार करोड़ केंद्र सरकार इंडस्ट्रियल एरिया के विकास के लिए देगी। इससे ढाई लाख लोगों को रोजगार मिल सकेगा।