नई दिल्ली (पीटीआई)। Delhi Temperature Today: सफ़दरजंग वेधशाला के अनुसार सुबह तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसकी रीडिंग को शहर के लिए आधिकारिक मार्किंग माना जाता है। दिल्‍ली में शनिवार इस सीजन का सबसे ठंडा दिन साबित हुआ। अन्य वेधशालाओं में तापमान कुछ इस तरह दर्ज हुआ, पालम 3.1 डिग्री सेल्सियस, लोधी रोड 1.7 डिग्री सेल्सियस, आया नगर 1.9 डिग्री सेल्सियस, मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।

घने कोहरे के कारण जीरो विजिबिलिटी

बहुत घने कोहरे के कारण, पालम वेधशाला क्षेत्र में जीरो विजिबिलिटी दर्ज की गई, जो कि सिटी एयरपोर्ट के निकट है। हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह घने कोहरे के कारण दिल्ली हवाई अड्डे से चार उड़ानों को डायवर्ट किया गया है। अधिकारी ने कहा कि उड़ानें कैट III बी शर्तों के तहत हवाई अड्डे पर चल रही हैं, जिसका मतलब है कि रनवे विज़ुअल रेंज (आरवीआर) 50 मीटर और 175 मीटर के बीच है।

रेल यातायात पर असर

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, खराब विजिबिलिटी के कारण 24 ट्रेनें 2-5 घंटे की देरी से चल रही थीं। हावड़ा नई दिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस पांच घंटे की देरी से चल रही है। तापमान गिरने, उच्च आर्द्रता और हवा की कम गति के कारण वायु गुणवत्ता शनिवार को फिर से गंभीर हो गई। समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक सुबह 10 बजे 413 पर था।

शीत लहर व भीषण ठंड का अनुमान

भारतीय मौसम विभाग के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि शनिवार को दिल्ली-एनसीआर में शीत लहर और भीषण ठंड का अनुमान है। 1992 से, सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 30 दिसंबर 2013 को 2.4 डिग्री सेल्सियस और 11 दिसंबर, 1996 को 2.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। 27 दिसंबर 1930 को कम समय का सर्वकालिक रिकॉर्ड शून्य डिग्री है।

सबसे ठंडा दिसंबर

मौसम विभाग ने गुरुवार को कहा कि ठंड बढ़ने के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में 1901 बाद से अब तक का सबसे ठंडा दिसंबर साबित होने जा रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने कहा, 'दिसंबर में औसत तापमान 1919, 1929, 1961 और 1997 में 20 डिग्री सेल्सियस से कम था।' इस साल दिसंबर में, गुरुवार तक औसत अधिकतम तापमान (MMT) 19.85 डिग्री सेल्सियस था। उन्होंने कहा कि जिसके 31 दिसंबर तक 19.15 डिग्री सेल्सियस तक आ जाने की उम्मीद है।

1997 के बाद से सबसे लंबा कोल्‍ड स्‍पेल

14 दिसंबर के बाद से, शहर के अधिकांश हिस्सों में लगातार 15 'ठंड के दिन' या 15-दिन के 'कोल्ड स्पेल' देखे गए हैं। आखिरी बार इतना लंबा कोल्‍ड स्‍पेल दिसंबर 1997 में देखा गया था। 1992 के बाद, दिल्ली में केवल चार वर्षों में कोल्‍ड स्‍पेल देखे गए हैं 1997, 1998, 2003, 2014. गंभीर कोल्ड डे/कोल्ड डे की स्थिति की भविष्यवाणी 29 दिसंबर तक के लिए है।

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