i reality check

-हॉस्पिटल्स में आम मरीजों के बीच रखे जा रहे डेंगू पेशेंट

-दूसरे मरीजों में इंफेक्शन के चांसेज, हाउसफुल हैं वार्ड

PRAYAGRAJ: जरा सी लापरवाही किसी के जीवन को खतरे में डाल सकती है। अब यह बात शहर के सरकारी हॉस्पिटल्स को कौन समझाए? यहां पर डेंगू के मरीजों को आम मरीजों के बीच रखा जा रहा है। इससे इंफेक्शन फैलने के चांसेज बने हुए हैं। नियमानुसार भी यह गलत है। डेंगू के मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में रखने का नियम बनाया गया है, जिसका पालन फिलहाल नहीं किया जा रहा है।

मुश्किल है मरीज को पहचानना

हॉस्पिटल्स में डेंगू के मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं का जायजा लेने के लिए शनिवार को दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने एसआरएन हॉस्पिटल का रुख किया। पता चला कि यहां 20 बेड के वार्ड नंबर सात में डेंगू और स्वाइन फ्लू के मरीजों को रखा जाता है। अंदर जाकर पता चला कि यहां सभी बेड भर चुके हैं। अंदर भर्ती मरीज भी बिना मच्छरदानी के थे। उनके बगल में परिजन भी मौजूद थे। बताया गया कि बाकी मरीजों को वार्ड 8, 9, 10 और 11 में भर्ती कराया गया है। यहां जाकर देखा तो डेंगू के मरीज आम मरीजों की तरह भर्ती थे। बिना मच्छरदानी उनको पहचान पाना भी मुश्किल हो रहा था।

पलक झपकते फैलता है डेंगू

बता दें कि डेंगू का वायरस मच्छरों के जरिए तेजी से फैलता है। खून में मौजूद बीमारी के वायरस मच्छर के जरिए एक से दूसरे शरीर में पहुंच जाते हैं। यही कारण है कि इन मरीजों को आइसोलेटेड वार्ड में मच्छरदानी के भीतर रखा जाता है। परिजनों को भी होशियार रहने की हिदायत दी जाती है। इस संक्रमण को रोकने के लिए बनाए गए नियमों का पालन सरकारी हॉस्पिटल्स में नही किया जा रहा है। ऐसे में किसी मरीज या परिजन को हॉस्पिटल में डेंगू का संक्रमण हो जाए तो नई बात नही होगी।

आनन-फानन में कर दी लापरवाही

इसके बाद रिपोर्टर बेली हॉस्पिटल पहुंचा। यहां पर भी डेंगू वार्ड पूरी तरह फुल मिला। किसी भी बेड में जगह खाली नहीं थी। पूछताछ में पता चला कि दो नए मरीजों को इमरजेंसी वार्ड में 12 और 13 नंबर बेड पर भर्ती कराया गया है। इन दोनों डेंगू मरीजों को बिना मच्छरदानी आम मरीजों के बीच रखा गया था। इससे यहां भी इंफेक्शन के चांसेज बने हुए थे।

डेंगू से बचने के लिए उठाएं यह कदम

-मरीज को दूसरे से अलग किसी कमरे में मच्छरदानी के भीतर रखें।

-मच्छरों की रोकथाम के लिए पूरे उपाए किए जाने चाहिए।

-कम से कम लोगों को मरीज के आसपास रहने देना चाहिए।

-जिस घर में डेंगू से संक्रमित व्यक्ति हों वहां आसपास साफ पानी के ठहराव को रोकना चाहिए।

-घर के अन्य सदस्यों को पूरे बदन के कपड़े पहनने चाहिए।

वर्जन

हमारी ओर से डेंगू की रोकथाम के लिए सभी हॉस्पिटल्स की कड़े निर्देश दिए हैं। उनको सभी डेंगू मरीजों को एक्स्ट्रा प्रिकॉशन के साथ रखने को फिर से कहा जाएगा। मेरी अपील है कि लोग अपने घर के कूलर, एसी, फ्रिन आदि जगहों पर साफ पानी एकत्र नहीं होने दें। घर के कोने कोने को चेक करके इकट्ठा पानी को तत्काल हटा दिया जाए।

-भानुचंद्र गोस्वामी, डीएम प्रयागराज