फॉलोअप

- एक आईडी पर छह से सात की संख्या में लिए गए थे सिम

- मामचंद से पूछताछ के बाद बीएसएनएल कर्मी की तलाश जारी

Meerut: गंगानगर में फर्जी मिनी टेलीफोन एक्सचेंज के मामले में जारी पड़ताल में नई-नई बात निकलकर सामने आ रही है। जो म्ब् सिम पुलिस को बरामद हुए थे, उन सिम की डिटेल पुलिस प्रशासन ने निकलवाई तो वह देवबंद और मुजफ्फरनगर के ग्रामीण एरिया की आईडी निकली। प्रत्येक आईडी पर छह से सात सिम जारी किए गए थे। एक आईडी पर छह से लेकर नौ सिम खरीदे गए हैं। दरअसल ट्राई के नियमों के अनुसार एक आईडी पर नौ नंबर ले सकते हैं।

क्या था मामला

इंचौली थाने के गंगानगर में इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के सामने ए-ख्7क् में सुमेधा दीक्षित के मकान की ऊपरी मंजिल को हरीश कुमार और निशांत ने किराए पर लिया था। ख्7 सितंबर को उक्त दोनों युवकों ने ई-नेट कैफे के मालिक विकास चौहान निवासी बहचौला थाना इंचौली की मदद से काम स्टार्ट कर दिया था। बीएसएनल के अधिकारियों के साथ पुलिस ने छापा मारकर मिनी टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश किया था, जहां से अवैध रूप से इंटरनेशनल फर्जी कॉलिंग की जा रही थी। देवबंद के रणखंडी निवासी मामचंद से खरीदे गए सिम की पड़ताल में सामने आया कि सभी में देवबंद और मुजफ्फरनगर के के गांव की आईडी का प्रयोग हुआ है।

कंपनी अधिकारी भी शामिल

मामचंद से पूछताछ के बाद अभी तक पुलिस सिम जारी कराने वाले बीएसएनएल कर्मी को नहीं तलाश पाई है। पुलिस मानकर चल रही है कि हो सकता है कि कोई बीएसएनएल का कर्मचारी और अधिकारी भी इस मामले में शामिल हो सकता है। इस मामले में भी पूरी जांच पड़ताल टीम कर रही है।