प्रदेश के सांप्रदायिक तत्वों की सूची तैयार कर रहा महकमा

पश्चिमी और पूर्वी उप्र के कुछ जिलों पर खास नजर

चुनाव से पहले हो सकती है कड़ी कार्रवाई

ashok.mishra@inext.co.in

LUCKNOW: मुजफ्फरनगर, आगरा, मुरादाबाद, दादरी और कैराना में बीते दिनों हुई तमाम घटनाओं के बाद जागा पुलिस महकमा की नींद टूटी है। अब सांप्रदायिक तत्वों की नयी सूची तैयार करने में पूरा महकमा जुट गया है। डीजीपी मुख्यालय ने सभी 75 जिलों के पुलिस कप्तान को निर्देश दिए हैं कि थानावार ऐसे तत्वों की सूची बनाकर भेजें ताकि चुनाव से पहले सख्त कार्रवाई की जा सके। दरअसल अंदेशा है कि चुनाव के दौरान सांप्रदायिकता के नाम पर इन जिलों में माहौल बिगाड़ने की कोशिश हो सकती है।

आजमगढ़, गोरखपुर पर भी नजर

डीजीपी मुख्यालय के सूत्रों की मानें तो पश्चिमी उप्र के कई जिलों के अलावा पूर्वी उप्र के आजमगढ़ और गोरखपुर पर खास नजर रखने की हिदायत है। असल में पिछले कुछ दिनों के दौरान इन जगहों पर सांप्रदायिक तत्वों की सक्रियता में बढ़ोतरी के प्रमाण पुलिस को मिले हैं, जिससे नये सिरे से सांप्रदायिक तत्वों को चिन्हित करने की कवायद की जा रही है। इसके अलावा पश्चिमी उप्र के सहारनपुर, शामली, बागपत, बिजनौर, अलीगढ़, आगरा, मुरादाबाद, बरेली, मुजफ्फरनगर आदि पर भी नजर रखी जा रही है। डीजीपी जावीद अहमद के निर्देश पर सभी 75 जिलों में इनकी पहचान का काम तेज कर दिया गया है। पूरी कवायद गोपनीय तरीके से अंजाम दी जा रही है।

रासुका और गैंगस्टर लगेगा

सूत्रों की मानें तो चुनाव से पहले ऐसे तत्वों पर लगाम लगाने के लिए उनके खिलाफ रासुका और गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की जा सकती है। तीन साल पहले मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने इस बाबत शासनादेश भी जारी किया था जिसका अब पुलिस बखूबी इस्तेमाल करेगी। इन तत्वों पर सर्विलांस के जरिए नजर रखे जाने की तैयारी भी है जिससे उनके खिलाफ ठोस प्रमाण जुटाए जा सके ताकि अदालत में उन्हें किसी तरह की राहत न मिल सके।

आईबी भी कर चुकी है अलर्ट

बता दें कि यूपी में सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील जिलों में पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा भड़ने की आशंका आईबी ने भी जाहिर की थी। गृह मंत्रालय को भेजी अपनी तीन रिपोर्ट में आईबी ने आशंका जताई थी कि पश्चिमी उप्र के रामपुर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बरेली तथा पूर्वी उप्र के मऊ, गोरखपुर, वाराणसी, गाजीपुर, फैजाबाद और आजमगढ़ में माहौल बिगाड़ने की कोशिश हो सकती है।