- शिया धर्मगुरु की फांसी को लेकर दरियाबाद में किया प्रदर्शन

- महिलाओं ने सऊदी अरब सरकार के विरोध में लगाए नारे

ALLAHABAD:

शिया धर्मगुरु निम्र अल निम्र की फांसी के बाद विरोध प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया है। शिया मुस्लिम महिलाओं ने गुरुवार को दरियाबाद की सड़कों पर उतरकर इसका विरोध किया। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान हाथों में तख्तियां ले रखी थी, जिनपर सऊदी अरब सरकार के खिलाफ नारे लिखे हुए थे। आरोप लगाया कि सऊदी सरकार आतंकवाद के नाम पर बेगुनाहों को फांसी के फंदे पर लटका रही है।

दरगाह अब्बास पर दिखा हुजूम

दुखतराने मिल्लत तंजीम के बैनर तले दरगाह हजरत अब्बास पर जुटी महिलाओं ने अपनी ताकत का एहसास कराया। सुरैया आब्दी ने कहा कि शिया समुदाय का आतंकवाद से कोई लेनादेना नहीं है। शिया धर्मगुरु निम्र अल निम्र इंसानियत के पैरोकार थे, लेकिन सरकार ने उन्हें आतंकवाद के नाम पर फांसी पर लटका दिया। ईरान से आई अंदलीब मुख्तार ने भी अरब सरकार को आड़े हाथों लिया। कहा, निम्र अल निम्र को आतंकवाद के झूठे आरोप में फंसाकर फांसी दी गई। इसकी जितनी मुजम्मत की जाए कम है।

जुलूस में दिखाएंगी ताकत

दरियाबाद में प्रदर्शनकारियों को खिताब करते हुए नरगिज जकी ने कहा कि शिया समुदाय जुल्म के खिलाफ खड़ा होगा। उन्होंने महिलाओं को हिजाब का ख्याल रखते हुए शुक्रवार को शिया जामा मस्जिद से निकलने वाले जुलूस में शिरकत करने की अपील की है। इस मौके पर रुकैया फातिमा, मंसूर जहरा, जौफिशा बेगम, फिरदौस, गजल जहां आदि मौजूद थीं।