- बाहरी लोगों की एंट्री से बढ़ रहा इंफेक्शन का खतरा

- एसएन के ओटी में बे रोक-टोक एंट्री

आगरा। शहर के सबसे बड़ी चिकित्सीय केन्द्र एसएन मेडिकल कॉलेज में अव्यवस्थाओं की बानगी देखिए। एक अस्पताल में सबसे अधिक संवेदनशील जगह माने जाने वाली जगह ऑपरेशन थियेटर में यहां बे रोक-टोक के कोई भी अंदर घुस सकता है। अस्पताल के गायनोकोलॉजी विभाग के ओटी में यह स्थिति हर रोज रहती है। बाहरी व्यक्ति के ऑपरेशन थियेटर में जाने से वहां इंफेक्शन का खतरा कई गुना बढ़ जाता है लेकिन इस पर अस्पताल प्रशासन का कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा।

ओटी में कर लेता है कोई भी एंट्री

गायनोकोलॉजी विभाग की इस ओटी में कोई भी आसानी से एंट्री कर लेता है। ओटी के एंट्री गेट पर अस्पताल प्रशासन की ओर से किसी की भी तैनाती नहीं है। बाहर से तीमारदार कैसी भी हालत में सीधे ओटी में पहुंच जाते हैं। इन्हें कहीं भी रोका नहीं जाता। तीमारदार अपने मरीज को देखने ओटी में आ जाते हैं। इस ओटी में प्रतिदिन करीब 10 ऑपरेशन होते हैं। ओटी में गर्भाशय निकालने, नसबंदी जैसे अन्य ऑपरेशंस भी किए जाते हैं।

बढ़ जाता है इंफेक्शन का खतरा

ऑपरेशन थियेटर अस्पताल की सबसे अधिक साफ-सफाई रखे जाने वाली जगह होती है। इसमें प्रवेश करने वाला व्यक्ति इंफेक्शन फ्री होना चाहिए। लेकिन एसएन में हालात यह हैं कि यहां तीमारदार जूते-चप्पल तक नहीं उतारते हैं। वरिष्ठ गायनोकोलॉजिस्ट डॉ। नरेन्द्र मल्होत्रा ने बताया कि ऐसी स्थिति में मरीजों में इंफेक्शन की स्थिति कई गुना ज्यादा बढ़ जाती है। काफी सावधानी बरतने के बाद भी ओटी में कुछ न कुछ इंफेक्शन आ जाता है लेकिन सीधे ही बाहरी व्यक्ति का प्रवेश इस खतरे को कई गुना बढ़ा देता है।

नॉ‌र्म्स को पूरा नहीं कर रहा एसएन का ओटी

नियमों के मुताबिक एक ओटी में एंट्री से पहले तीन गेट होने चाहिए। लेकिन यहां सिर्फ एक ही गेट लगा हुआ है वह भी हर समय खुला रहता है। ओटी में प्रवेश करने वाले व्यक्ति को अपने हाथ-पैर धोकर, स्टरलाइज्ड कपड़े पहन कर और मास्क लगाकर ही आना चाहिए। लेकिन यहां नजारा बिल्कुल उल्टा देखने को मिलता है। व्यक्ति चाहे किसी भी स्थिति से आए, वह बिना इस नियम को पूरा किए आराम से अंदर चले जाते हैं।