जिले के 600 से अधिक लेखपाल गए हड़ताल पर

दर्जनों कार्य होंगे प्रभावित, पहले दिन भटकती रही पब्लिक

PRAYAGRAJ: लेखपालों की हड़ताल आम जनता पर भारी पड़ने जा रही है। जिन लोगों को अर्जेट आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र की जरूरत है उन्हें अब इंतजार करना होगा। क्योंकि, बुधवार से जिले के 650 लेखपाल हड़ताल पर चले गए हैं। उन्होंने अपने सभी काम ठप कर दिए हैं। जिनमें सबसे अहम जमीन की पैमाइश के अलावा आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र का सत्यापन है। फिलहाल यह काम ठप पड़े हुए हैं।

हर दिन होते हैं हजारों आवेदन

किसी भी सरकारी योजना, भर्ती या किसी प्रकार के आवेदन करने पर आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र मांगा जाता है। यही कारण है कि जिले में रोजाना तीन हजार से अधिक ऑनलाइन आवेदन होते हैं और इनका सत्यापन लेखपालों द्वारा किया जाता है। लेकिन बुधवार से इनके हड़ता लपर चले जाने से सभी काम ठप हो गए। पहले दिन लगभग तीन हजार आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र के सत्यापन नही हुए। इसकी वजह से लोगों को निश्चित तौर पर परेशानी होने वाली है।

26 तक नही होगी सुनवाई

अपनी मांगों को लेकर जिले के 650 लेखपाल हड़ताल पर गए हैं।

वैसे तो इनका काम केवल जमीन की पैमाइश का होता है लेकिन सरकार इनसे दर्जनों काम लेती है।

आय, जाति व निवास के साथ आईजीआरएस शिकायतों का निस्तारण, थाना दिवस, तहसील दिवस की शिकायतों का निस्तारण, वरासत सहित कई काम शामिल हैं।

इनके रोजाना हजारों आवेदन आते हैं। लेखपालों की हड़ताल 26 दिसंबर तक चलने और 27 को विधानसभा के घेराव का कार्यक्रम होने से लोगों की तब तक सुनवाई होना मुश्किल है।

रोजाना आती हैं एक हजार शिकायत

ऐसे ही जिले भर में प्रतिदिन एक हजार से अधिक आईजीआरएस के माध्यम से शिकायतें आती हैं।

यह सभी सीएम को संबोधित होती हैं। इसके अलावा डीएम के नाम सहित अन्य तरीकें की शिकायतें भी आती हैं।

इनके निस्तारण का जिम्मा भी लेखपाल के कंधे पर होता है।

ऐसे में आम जनता की शिकायतें भी पेंडिंग हो जाएंगी। इनका निस्तारण अब मुसीबत में पड़ जाएगा।

इसके अलावा राजस्व का भी सरकार को भारी भरकम नुकसान हो सकता है।

इन मांगों को लेकर है नाराजगी

मासिक यात्रा भत्ता बढ़ाकर 5 हजार किया जाए।

पे स्केल को दो हजार से बढ़ाया जाए।

मुझे भी निवास आय प्रमाण पत्र की आवश्यकता है लेकिन पता चला कि लेखपाल हड़ताल पर चले गए हैं। इसकी वजह से काफी दिक्कत होने वाली है। इसका कोई आप्शन भी मौजूद नही है।

प्रियंका मिश्रा, गृहणी

लेखपालों की हड़ताल से जनता को काफी परेशानी हो सकती है। खासकर युवाओं के लिए यह हड़ताल घातक है। प्रमाण पत्र नही बनने से उनके सभी बड़े काम रुक जाएंगे। प्रशासन को इसका आप्शन देना होगा।

अमजद अली, एडवोकेट

बाबा आजम के जमाने का मासिक भत्ता सरकार हमें दे रही है। रोजाना दौड़ भाग में कम से कम एक लीटर पेट्रोल खर्च हो जाता है। हमसे सभी काम लिए जाते है और मासिक भत्ता साइकिल का दिया जाता है। पे स्केल भी दो हजार पर टिका है। जबकि टीचर्स को 4200 रुपए पहुंच गया है।

अवनीश पांडेय,

जिला उपमंत्री, उप्र लेखपाल संघ