साथी हाथ बढ़ाना

- लॉकडाउन के दौरान गरीबों की सहायता में जुटी स्वयंसेवी संस्थाएं

- जरूरतमंदों को खाना और राशन बांट रहीं शहर में कई संस्थाएं

Meerut । जहां एक ओर लॉकडाउन के चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शहर के चौराहों से लेकर गलियों तक पर सन्नाटा है। दरअसल, 21 दिन के लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में कैद है, कामकाज ठप होने से मजदूरी करने वाले लोगों के पास न तो रहने का ठिकाना है न ही खाने को कोई सामान है। ऐसे में कई सामाजिक संस्थाएं, ऐसे लोग है जो उन लोगों की मदद को सामने आ रहे है, ये संस्थाएं बढ़-चढ़कर इनकी मदद कर रहे है, और उनकी हर संभव सहायता करने का प्रयास कर रहे है।

परेशान हो गए मजदूर

जैसे-जैसे लॉक डाउन का समय बढ़ रहा है। वैसे ही शहर के ऐसे वर्ग की समस्याएं बढ़ती जा रही है। जो रोजाना मजदूरी करके पेट भरते हैं। उनके लिए मुसीबत आ गई है। इनमें रिक्शा चालक, भिखारी, मजदूर, मिल कर्मी, लेबर,ठेले वाले, मोची, जो प्यासे भूखे है, उनकी मदद करने के लिए स्वयंसेवी संस्थाएं आगे आ रही हैं।

करा रहे है लंगर

थापरनगर स्थित श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा समिति के वाइस प्रेसिडेंट सरदार रणजीत सिंह जस्सल ने बताया कि गुरुद्वारे में करीब 400 लोगों को लंगर कराया जा रहा है।

लंगर की तैयारी

लालकुर्ती स्थित कलघीधर गुरुद्वारा समिति के सदस्य परतजीत सिंह ने बताया की गुरुद्वारा समिति एवं श्री अकाल पुरख फौज द्वारा मिलकर 500 करीब लोगों को भोजन कराने की तैयारी है। जो एक दो दिन में किया जाएगा।

बांट रहे है पैकेट

असोड़ा हाउस स्थित जैन मंदिर कमेटी के प्रधान विपिन जैन ने बताया कि मंदिर समिति ने करीब 250 लोगों को खाने के पैकेट बांटे।

101 परिवारों को बांटा राशन

श्री खाटू श्याम मंदिर छोटा खाटू मुल्तान नगर ने आपदा राहत कोष का गठन किया है इसमें 101 परिवारों को दस दिन का राशन बांटा गया। यह बात मीडिया प्रभारी गौरव शर्मा ने बताई।

बांटा जरुरी समान

यूरोपियन स्टेट कॉलोनी के मेम्बर रोहित पंवार गुजर ने बताया कि सोसाइटी द्वारा मजदूरों को चावल, आलू व अन्य सामग्री बांटी जा रही है। जिसमें अरविंद त्यागी, डॉ.बिजेंद्र सिंह, देवांश त्यागी आदि मौजूद रहे।

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रोजी-रोटी छिनी, तो दैनिक जागरण आई नेक्स्ट बना सहारा

- लॉकडाउन में काम-काज ठप, परिवार पर टूटा मुसीबत का पहाड़

- दो वक्त की रोटी के लिए मोहताज हो गया था परिवार

मेरठ। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉक डाउन लागू है। ऐसे में एक परिवार दो वक्त की रोटी के लिए मोहताज हो गया। हालत यह हो गई कि परिवार के पास रूपयों का कोई इंतजाम नहीं था। परिवार ने प्रशासन की हेल्पलाइन नंबर्स पर भी कॉल की, लेकिन मदद नहीं मिली। थकहारकर वो परिवार दैनिक जागरण आई नेक्स्ट परिवार के पास पहुंचा। परिवार की व्यथा समझकर डीजे आईनेक्स्ट ने उसे मददगारों तक पहुंचाया। जिसके बाद परिवार ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट को थैंक्स भी कहा।

लॉकडाउन से बिगडे़ हालात

दरअसल,साकेत में धनवंतरी हॉस्पिटल के पीछे मिशन कंपाउंड में एक परिवार मुफलिसी की जिंदगी जीने को मजबूर था। खाने और दवाईयों के लिए पैसे नहीं थे, कोई मदद को तैयार नहीं था। ऐसे में दैनिक जागरण आईनेक्स्ट सहारा बना। टीम ने सिविल लाइन पुलिस को बुलाकर खाने के पैकेट परिवार को दिलाए, इसके साथ ही पुलिसकर्मी और कांग्रेस नेता ने आर्थिक मदद भी परिवार की की। जिससे परिवार का मनोबल बढ़ा और उन्होंने थैंक्स भी किया।

मुसीबत में था परिवार

मिशन कंपाउंड निवासी कैपरिन ने बताया कि वह रोजाना मजदूरी करके अपने परिवार का लालन-पालन कर रहे थे। मगर लॉक डाउन की वजह से अब काम ठप हो गया। ऐसे में वह गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। उनके पास पेट भरने और जीवन यापन के लिए भी अब पैसा नहीं बचा है। कैपरिन ने बताया कि उनके मामा डेनियल महर्षि छह साल पहले पैरालाइज्ड हो गए थे। तब से रेग्यूलर उनकी दवाएं चलती हैं, मगर अब पैसों का इंतजाम न हो पाने से दवाएं भी नहीं आ पा रही हैं। लोगों से मदद मांगी लेकिन कोई मदद को तैयार नहीं हैं।

हेल्पलाइन पर मांगी मदद

लॉक डाउन में प्रशासन ने कुछ हेल्पलाइन जारी की है, जिन पर हर किसी की मदद का भरोसा भी प्रशासन ने जताया है। मगर कैपरिन ने हेल्पलाइन पर कॉल कर अपनी समस्या बताई लेकिन आश्वासन के सिवा उन्हें कुछ नहीं मिला। कैपरिन ने बताया कि उन्हें कहीं से पता चला कि कुछ समाजसेवी और जनप्रतिनिधी लोगों की सेवा में जुटे हैं। वह लोगों को खाना का सामान सप्लाई कर उनकी मदद कर रहे हैं। मगर वो मदद भी कैपरिन तक नहीं पहुंची। उन्होंने सिविल लाइंस थाना पुलिस से भी गुहार लगाई लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

डीजे-आई नेक्स्ट ने बढ़ाया हाथ

परिवार की परेशानी की जानकारी जैसे ही दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम को लगी तो टीम ने तुरंत परिवार की मदद की ठानी। टीम ने सिविल लाइंस थाना पुलिस को मामले से अवगत कराया। जिसके बाद थाना पुलिस ने तत्काल परिवार के लिए खाने का इंतजाम किया। कांग्रेसी नेता अखिल कौशिक को भी मौके पर पहुंचे और परिवार को खाने के लिए परेशान न होने का आश्वासन दिया। साथ ही पुलिस और कांग्रेसी नेता ने परिवार की आर्थिक मदद भी की। परिवार ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम को शुक्रिया कहा।

पुलिस और प्रशासन ने जो हेल्पलाइन नंबर्स जारी किए हैं, उन पर कोई भी मदद के लिए कॉल कर सकता है। खाने के सामान की किसी भी जरूरतमंद को कोई कमी नहीं आने देंगे।

संजीव वाजपेयी, एसपी ट्रैफिक