पीएसएम डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ शमीम को डीन का भी अतिरिक्त प्रभार

स्वास्थ्य मंत्री के अनुमोदन पर हटाए गए डॉ एसके चौधरी

RANCHI: आखिरकार सरकार ने रिम्स के प्रभारी निदेशक डॉ एसके चौधरी को हटा ही दिया। उनकी जगह पीएसएम डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ शमीम हैदर रिम्स के प्रभारी निदेशक बनाए गए हैं। डॉ शमीम रिम्स के डीन के अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगे। वहीं, डॉ एसके चौधरी रिम्स के सुपरीटेंडेंट पद पर बने रहेंगे। इस संबंध मे सोमवार को अधिसूचना जारी कर दी गई। स्वास्थ्य मंत्री सह रिम्स शासी परिषद के अध्यक्ष रामचंद्र चंद्रवंशी के अनुमोदन के बाद यह आदेश जारी किया गया।

हाइकोर्ट ने दिया था निर्देश

हाइकोर्ट ने रिम्स के प्रभारी निदेशक डॉ एसके चौधरी को हटाने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने पिछले दिनों कहा था कि डॉ चौधरी रिम्स निदेशक पद के लिए योग्यता नहीं रखते हैं। डॉ चौधरी करीब डेढ साल तक रिम्स के प्रभारी निदेशक बने रहे। डॉ तुलसी महतो के बाद डॉ चौधरी को प्रभारी निदेशक बनाया गया था।

स्थाई निदेशक की नियुक्ति का प्रॉसेस

रिम्स में नए स्थाई निदेशक पद के लिए नियुक्ति का प्रॉसेस चल रहा है। क्भ् जुलाई तक निदेशक पद के लिए एप्लीकेशन मांगा गया है। अभी तक करीब डेढ दर्जन से अधिक डॉक्टरों ने आवेदन दिया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवेदनों की स्क्रूटनी कराई जा रही है।

विवादों में घिरे रहे डॉ चौधरी

डॉ एसके चौधरी डेढ साल तक रिम्स के प्रभारी निदेशक के बने रहे। इस दौरान स्टूडेंट्स की दो गुटों में मारपीट, वित्तीय अनियमितता सहित हॉस्पिटल में अव्यवस्था को लेकर डॉ चौधरी हमेशा विवादों में घिरे रहे। कभी हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स ने उनकी परेशानी बढ़ाई, तो कभी हॉस्पिटल में अव्यवस्था ने उनकी योग्यता पर सवाल उठाया। फरवरी में हॉस्टल के छात्रों के बीच हुई मारपीट ने तो पूरा माहौल ही बिगाड़ दिया था। कैंपस में कई दिनों तक डेड साइन लगा रहा।