-बिना पुलिस वेरीफिकेशन नौकर रखना पड़ गया महंगा

-धर्मकांटा मालिक ने जमीन का एडवांस लेकर भेजा था पीलीभीत

BAREILLY: सूद धर्मकांटा के मालिक को बिना पुलिस वेरिफिकेशन के ड्राइवर रखना भारी पड़ गया। 9 महीने नौकरी करने के बाद ड्राइवर का मन डोल गया और फिर वह 10 लाख कैश और स्विफ्ट कार लेकर फरार हो गया। धर्मकांटा मालिक ने उसे पीलीभीत प्रॉपर्टी का एडवांस पेमेंट देने के लिए भेजा था। जब पुलिस में शिकायत के बाद जांच पड़ताल की तो पता चला कि वह तो शाहजहांपुर के मदनापुर थाने का हिस्ट्रीशीटर, गैंगस्टर और जिलाबदर है।

नहीं पहुंचने पर उड़े होश

लल्ला मार्केट, प्रेमनगर के पास सूद भवन में धर्मकांटा कारोबारी गौरव सूद रहते हैं। पिछले कुछ दिनों से मूसापुर पीलीभीत के पिंटू गोस्वामी से उनकी प्रॉपर्टी की डीलिंग चल रही थी। उन्होंने सैटरडे दोपहर अपने ड्राइवर पंकज शर्मा पुत्र रामानंद शर्मा निवासी बारी खास, मदनापुर शाहजहांपुर को 10 लाख रुपए भेजा था। वह गौरव की ही स्विफ्ट कार से गया था। गौरव के पास शाम को 5 बजे पिंटू का फोन आया कि अभी तक एडवांस नहीं आया है, जिसके बाद उनके होश उड़ गए।

काफी तलाशने पर नहीं मिला

गौरव ने बताया कि ड्राइवर के न पहुंचने पर उन्होंने उसके मोबाइल पर फोन किया, लेकिन फोन स्विच ऑफ जा रहा था। उन्हें लगा कि कहीं कोई हादसा तो नहीं हो गया है, जिसके चलते वह कार से पीलीभीत तक गए और कई लोगों से भी पूछताछ की। उन्होंने रास्ते में पड़ने वाले थानों में भी इस बारे में पूछा, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। जिसके बाद उन्होंने संडे को अपने जानकार को पंकज के गांव भेजा तो पता चला कि पंकज तो शातिर बदमाश है। उसके खिलाफ थाने में कई मुकदमे दर्ज हैं। उसकी हिस्ट्रीशीट खुल चुकी है और उस पर गैंगस्टर भी लग चुकी है। इन दिनों वह जिला बदर है। जानकारी में आया कि वह सुभाषनगर के मढ़ीनाथ में किराए पर कमरा लेकर रह रहा था लेकिन न तो धर्मकांटा मालिक ने और न ही मकान मालिक ने उसका पुलिस वेरीफिकेशन कराया।