RANCHI: राजधानी रांची में कोरोना लॉकडाउन के दौरान धड़ल्ले से अवैध शराब का कारोबार तेज होता जा रहा है। शराब के शौकीन और शराब के आदि हो चुके लोग लगतार शराब की तलाश में हैं। शहर की शराब दुकानें और सरकारी डिपो पूरी तरह बन्द हैं, जिसके कारण लोकल मार्केट में अवैध तरीके से शराब का कारोबार हो रहा है। ये नकली और जहरीली भी हो सकती है। थोड़े से नशे के कारण आपकी जान भी जा सकती है। रांची के फेमस शराब व्यवसायियों ने चेतावनी जारी की है कि दुकानों के बन्द होने पर जहां तहां से शराब ना खरीदें।

शराब व्यवसायियों ने चेताया

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से बात करते हुए शहर के प्रमुख शराब व्यवसायियों ने चेतावनी भी दी कि दुकानें बंद है और ऐसे में इधर-उधर की शराब खरीदकर नहीं पीएं। ब्लैक में काफी ऊंची कीमतों पर मिलने वाली ये शराब जानलेवा हो सकती है।

17 थाने हुए थे ब्लैकलिस्टेड

राजधानी रांची के 17 थाना क्षेत्रों में अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। इसकी रिपार्ट स्पेशल ब्रांच ने जारी की थी। इसमें डोरंडा, नामकुम, लोअर बाजार, कांके, कोतवाली, लालपुर, सुखदेवनगर, पंडरा, धुर्वा, तुपुदाना, रातू, नगड़ी, गोंदा, चुटिया, सदर थाना और ओरमांझी थाना क्षेत्र शामिल हैं। शराब कारोबारी अवैध शराब का कारोबार कर रहे हैं।

स्थानीय थानों का संरक्षण!

अवैध शराब का कारोबार करने वाले शराब माफिया को स्थानीय थानों का संरक्षण प्राप्त है। इस वजह से शराब माफिया धड़ल्ले से अवैध शराब का कारोबार कर रहे हैं। बन्द होटलों और ढाबों से अवैध तरीके से शराब सप्लाई कर रहे हैं। जिसपर पुलिस भी किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार, शराब कारोबारी स्थानीय थाना के पुलिसकर्मियों को मिलाकर रखते हैं।

थाना प्रभारी व उत्पाद विभाग अनजान

पूर्व एसडीओ गरिमा सिंह द्वारा लगातार अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाया गया और अवैध शराब बरामद भी किए गए। एसडीओ द्वारा अलग-अलग थाना क्षेत्रों में अवैध शराब बरामद किए गए, लेकिन इन थाना क्षेत्रों में हो रहे अवैध शराब का कारोबार से जहां स्थानीय थाना की पुलिस और उत्पाद विभाग भी अनजान बना हुआ है। डोरंडा इलाके और गोंदा थाना क्षेत्र के हातमा बस्ती में अवैध जहरीली शराब पीने से हुई 7 लोगों के मौत के बाद पुलिस और उत्पाद विभाग के द्वारा बरती गई। सख्ती के बाद कुछ दिनों के लिए अवैध शराब का कारोबार रुक गया था। अवैध शराब कारोबारी भूमिगत हो गए थे। लेकिन कुछ ही दिनों के बाद फिर से अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है।

दूसरे राज्यों से आ रही खेप

राजधानी रांची में हरियाणा, अरुणाचल प्रदेश, दिल्ली और पंजाब सहित कई अन्य राज्यों से अवैध शराब की खेप भेजी जाती है। यह शराब की खेप रात के समय राजधानी रांची में पहुंचती है और सुबह होते होते शराब से भरी ट्रक पूरी तरह से खाली हो जाती है। शराब माफिया छोटे-छोटे वाहनों में लोड करके शराब को अलग-अलग जगहों पर सप्लाई करने निकल जाते हैं।

इन्हें किया गया चिन्हित

नामकूम के नवाटोली के रामदास, राजउलातू के परमेश्वर, जितेंद्र बैठा, गोव‌र्द्धन, दर्शन महतो, सादिर मुंडा, गणेश महतो, अमित, सुरेंद्र सिंह, सुरेश साहू, नंदू, अशोक साहू, लखन मिस्त्री, विजय बैठा, गोबरा मुंडा, सियाराम महतो, भरत महतो, शिवनाथ कुम्हार, लालदेव मुंडा, सुखदेवनगर के मोहन मेहता, सुरेश महतो, सहदेव मेहता, अभय, प्रमोद, योगेंद्र साहू, फागू उरांव, नारायण मिर्धा, निरंजन मिर्धा, विजय, संतोष गाड़ी, राजेश मुंडा, सदर और बरियातू इलाके के सोनू, रंजीत उरांव, छोटू उरांव, राधवा देवी, शनिचरिया, मानदेव लोहरा, भोला उरांव, बड़की देवी, कांके के सोना राम, राजेंद्र नायक, मुन्नी देवी, मुन्ना उरांव, राधु कच्छप, सुरेश मुंडा, भोसा उरांव समेत कई अन्य लोगों को अवैध शराब का निर्माण और तस्करी करने वालों के तौर पर चिन्हित किया गया।

दुकानें पूरी तरह बंद हैं और डिपो भी बंद होने के कारण शराब की खेप अवेलेबल नहीं है। ऐसे में कहीं भी बाहर से अगर शराब मिल रही है तो ये नकली, जहरीली हो सकती है। इसका सेवन लोगों के लिए जानलेवा हो सकता है। अलर्ट रहें और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें।

--निशांत सिंह, शराब व्यवसायी

शराब की सप्लाई ही बन्द है तो बाजार में शराब आएगी कहां से। कुछ लोग सेना का स्टॉक बताकर माल रखते हैं और कुछ लोग ऐसे ही ब्लैक में बेचते हैं। यह गैरकानूनी है और ब्लैक में बिकने वाली यह शराब जहरीली भी हो सकती है। सावधान रहें और संयम रखें।

--सुबोध जायसवाल, शराब व्यवसायी