RANCHI: राजधानी में दुर्गा पूजा बड़े ही धूमधाम से की जाती है। बड़े-बड़े पंडालों का निर्माण भी होता है। इसके अलावा मां की भव्य प्रतिमाएं भी बनाई जाती हैं। लेकिन इनके विसर्जन को लेकर नगर निगम से लेकर पूजा समितियों के लिए भी एक बड़ी चुनौती होती है। ऐसे में इस बार पूजा समितियों ने कुछ जगहों पर दो-दो फीट की प्रतिमाओं का ही निर्माण कराया है। वहीं विसर्जन के लिए पंडाल में ही व्यवस्था की जाएगी। ऐसा करने वाली पूजा समितियों को रांची नगर निगम की टीम मा‌र्क्स देगी, जिसके बाद पूजा समितियों को अवार्ड मिलेगा।

क्या है क्राइटेरिया

पूजा के अवार्ड के लिए 175 मा‌र्क्स तय किए गए हैं। इसमें पंडाल के डेकोरेशन में नो प्लास्टिक, प्लास्टिक के विकल्प इकोफ्रेंडली मैटेरियल के यूज को प्रोत्साहित करने, नो प्लास्टिक को लेकर किए गए इनोवेशन, प्रसाद वितरण के लिए पत्ते के बने दोना का इस्तेमाल, इकोफ्रेंडली पंडाल-प्रतिमा के निर्माण को लेकर अलग-अलग मा‌र्क्स हैं। इसके अलावा इकोफ्रेंडली प्रतिमा के विसर्जन पर भी मा‌र्क्स मिलेंगे। ऐसे में सबसे ज्यादा मा‌र्क्स लाने वाले पंडालों को अवार्ड दिया जाएगा।

ये मिलेंगे मा‌र्क्स

-पंडाल के डेकोरेशन में जीरो प्लास्टिक : 25

-प्लास्टिक के विकल्प इकोफ्रेंडली वस्तु के यूज को प्रोत्साहित करने पर : 25

-पूजा पंडाल संचालकों द्वारा नो प्लास्टिक के लिए किए गए इनोवेशन पर : 25

-प्रसाद वितरण के लिए पत्ते के बने दोना का इस्तेमाल करने पर : 25

-इकोफ्रेंडली पंडाल के निर्माण पर : 25

-इकोफ्रेंडली प्रतिमा के निर्माण पर : 25

-इकोफ्रेंडली प्रतिमा के विसर्जन पर : 25