पंजाब के रेवेन्यु मिनिस्टर बिक्रम सिंह मजीठिया यूनियन मिनिस्टर हरसिमरत कौर बादल के ब्रदर और पंजाब के डिप्यूटी चीफ मिनिस्टर सुखबीर सिंह बादल के साले हैं. कुछ दिन पहले इंर्फोसमेंट डाइरोक्ट्रेट ने हवाला और ड्रग्स रैकेट के मामले में मजीठिया को इंटरोगेट करने के लिए समन भेजा था. ईडी डिपार्टमेंट जानना चाहता था कि कि छह हजार करोड़ के ड्रग्स रैकेट में जिन तीन नॉन रेजिडेंशल इंडियंस के नाम सामने आए हैं उनसे मजीठिया का क्या कनेक्शन है. सेंटर में बीजेपी गवरमेंट पहले ही इस मामले में इन्वेस्टिगेशन के लिए मजीठिया को इंट्रोगट करने के लिए अपनी परमीशन ईडी को दे चुकी है.

असल में पंजाब स्टेट कांग्रेस पार्टी के प्रेसिडेंट प्रताप सिंह बाजवा ने एलिगेशन लगाया था कि ड्रग्स बिजनेस में एक्यूज्ड जगदीश सिंह भोला ने मजीठिया का नाम लिया था, फिर मजीठिया को इंवेस्टिगेशन के लिए क्यों नहीं बुलाया गया. कांग्रेस मजीठिया को मिनिस्ट्री से भी हटाए जाने की डिमांड कर रही है.

पंजाब में ड्रग्स स्मग्लिंग के इंटरनेशनल रैकेट का तब पर्दाफाश हुआ था जब मार्च 2013 में अनूप सिंह कहलों नाम के एनआरआइ को फतेहगढ़ साहिब पुलिस ने अरेस्ट किया था. उसके बाद जगदीश भोला, बिट्टू अलख और जगजीत सिंह चहल को भी इस मामले में अरेस्ट किया गया था. चहल ने भी इंट्रोगेशन के दौरान मजीठिया का नाम लिया था.

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