- वोटर लिस्ट का कराया जा रहा है प्यूरिफिकेशन

- इस बार बढ़ेगी पोलिंग बूथों की संख्या, कराया जा रहा है सर्वे

LUCKNOW: अगले साल होने वाले चुनाव के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है। पहले फेज में वोटर लिस्ट का प्यूरिफिकेशन किया जा रहा है। उसके बाद वोटर लिस्ट का पुनरीक्षण होगा और फिर एक जनवरी तक वोटर लिस्ट का काम पूरा हो सकेगा। आयोग ने तमाम जिलों के अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं और बीएलओ की डिटेल मांगी है।

हटाये जा रहे डुप्लीकेट नाम

मुख्य निर्वाचन अधिकारी अरुण सिंघल बताते हैं कि पहला काम वोटर लिस्ट को दुरुस्त करने का चल रहा है। इसके तहत ऐसे वोटर्स की छंटनी की जा रही है, जिनके नाम दो-दो स्थानों पर दर्ज हैं। वोटर्स से अपील भी की जा रही है कि वह सिर्फ एक स्थान पर ही अपना नाम रखें, जहां वह रह रहे हों। अरुण सिंघल की मानें तो अगर वोटर खुद से एक स्थान को नहीं छोड़ता तो आयोग द्वारा नियुक्त बीएलओ ऐसे लोगों को चिन्हित कर उस स्थान से नाम हटा देंगे, जहां वह नहीं रह रहा हो। नाम हटाने से पहले वोटर को इसकी नोटिस भी दी जाएगी कि आपका नाम एक विधानसभा क्षेत्र से हटाया जा रहा है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि दो स्थानों की वोटर लिस्ट में नाम रखना कानूनन अपराध है। ऐसे मामलों में एफआईआर तक दर्ज कराने का प्रावधान है। लेकिन अभी लोगों को अवेयर किया जा रहा है। सिंघल का कहना है कि इस बार शत प्रतिशत वोटर लिस्ट में सुधार करना है।

जर्जर बिल्डिंग से हटेंगे बूथ

अरुण सिंघल ने बताया कि जर्जर बिल्डिंग में जो पोलिंग बूथ अभी तक बनते आ रहे थे ऐसी बिल्डिंग से बूथ हटाकर दूसरे स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा। रूरल एरिया में प्राइवेट स्कूलों और बिल्डिंग से वोटिंग प्रोसेस इस बार नहीं होगा। यानी पोलिंग बूथ सिर्फ सरकारी स्कूलों या सरकारी बिल्डिंग में ही बन सकेंगे। शहरों में कम दूरी पर और घनी आबादी होने के कारण यह व्यवस्था लागू नहीं की जाएगी। यहां प्राइवेट स्कूलों और बिल्डिंग का सपोर्ट लिया जाएगा।

बढ़ेगी बूथों की संख्या

बढ़ती आबादी को ध्यान में रखते हुए पोलिंग बूथ भी बढ़ाये जाएंगे। इसके लिए जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वह ऐसे बूथों की लिस्ट तैयार करें जहां पर वोटर की संख्या 1500 से अधिक है। अभी आयोग पूरे प्रदेश में एक लाख 42 हजार पोलिंग बूथों पर इलेक्शन कराता रहा है। पोलिंग बूथों की संख्या आबादी के हिसाब से बढ़ाई जा रही है। इसके कारण प्रदेश में पोलिंग बूथों की संख्या एक लाख पचास हजार के पार कर जाएगी।

चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। सबसे पहले वोटर लिस्ट सुधार का काम किया जा रहा है। सितंबर महीने से वोटर लिस्ट पुनरीक्षण का काम शुरू होगा जो दिसंबर के अंत तक चलेगा।

अरुण सिंघल

मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तर प्रदेश