गावड़ी से रिसाइकल हुए कूडे़ से होगा बिजली का उत्पादन

200 टन सूखे कूड़े से पांच मेगावाट बिजली बनाने की है योजना

Meerut शहर के कूड़ा निस्तारण के लिए नगर निगम नित नई कवायद में लगा हुआ है अभी गांवडी में कूडे़ से खाद का प्लांट पूरी तरह चालू भी नहीं हो सका है कि निगम ने यहां रिसाइकल हुए कूडे़ से भूडबराल में बिजली बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। इस योजना के लिए प्लांट का काम भी भूड़बराल में शुरू हो गया है और शुरुआती दौर में गावड़ी प्लांट से रिसाइकल हुए कूडे़ को भूड़बराल में बिजली के लिए प्रयोग किया जाएगा। यहां 200 टन सूखे कूड़े से पांच मेगावाट बिजली बनाने की योजना है।

एजेंसी करेगी प्लांट संचालित

इस योजना के तहत भूड़बराल में खुद एजेंसी अपने खर्चे पर प्लांट लगाएगी। नगर निगम को उसके लिए केवल सूखा कूड़ा देना होगा, जिसमें सभी प्रकार का प्लास्टिक, रबर, कपड़े, कागज और जलने वाली सभी प्रकार की वस्तुएं शामिल होंगी। केवल उस कूडे़ से ईंट और पत्थर को गावड़ी प्लांट में अलग किया जाएगा। गौरतलब है कि शहर से 900 मीट्रिक टन कूड़ा रोज निकलता है। साल 2017 में गावड़ी में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का शिलान्यास कर ऐसा ही सपना दिखाया गया था। जो अब जाकर तीन साल बाद पूरा होता दिख रहा है।

बनेगी बिजली और सीएनजी

इस प्लांट में आने वाले कूडे़ से करीब पांच मेगावाट बिजली तैयार की जाएगी। इसके लिए करीब पांच बीघा जमीन की जरूरत थी, जिसके लिए निगम ने अब भूड़बराल में जगह निर्धारित की है। इसमें करीब 40 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसके बाद इसमें बिजली के साथ सीएनजी की तरह कूड़े से निकलने वाला ईधन भी बनाया जाएगा। इसके लिए कूडे़ में मौजूद प्लास्टिक समेत सूखे कूड़े से गुटका तैयार किया जाएगा। यह गुटका रिएक्टर में डाला जाएगा, जिससे जलकर गैस बनेगी और इसी गैस से टरबाइन के जरिए बिजली पैदा होगी।

बतौर ट्रायल जो कूड़ा गावड़ी में रिसाइकल किया जा रहा है उसके एक पार्ट से खाद तैयार हो रही है और दूसरा पार्ट भूड़बराल प्लांट में भेजा जाएगा, जिससे बिजली बनेगी।

अरुण खरखौदिया, जोनल सेनेट्री इंचार्ज