108 व खुशियों की सवारी से निकाले गए कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन

कैंप कंपनी में एडजस्ट करने की कर रहे हैं मांग

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DEHRADUN: कैंप कंपनी में एडजस्ट करने की मांग को लेकर इमरजेंसी सेवा 108 और खुशियों की सवारी से निकाले गए कर्मचारियों का धरना वेडनसडे को भी जारी रहा. कर्मचारियों ने घंटाघर पर भीख मांगकर विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी की थी, पर प्रशासन से अनुमति न मिलने के कारण यह कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा. इस दौरान कई आंदोलनकारी अपनी ड्रेस पर कई तरह के स्लोगन लिखकर लाए थे. उधर कर्मचारियों के समर्थन में कांग्रेस व अन्य पार्टियों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता दूसरे दिन भी धरना स्थल पर पहुंचे.

सेवा नियमावली बनाने की मांग
इमरजेंसी सेवा 108 व खुशियों की सवारी का संचालन जीवीके ईएमआरआई कर रही थी. कॉन्ट्रेक्ट खत्म होने के बाद अब इस सेवा का संचालन नई कंपनी कैंप ने शुरू कर दिया है. जीवीके ईएमआरआई के फील्ड कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें नई कंपनी में एडजस्ट नहीं किया जा रहा है. जिन फील्ड कर्मचारियों को एडजस्ट किया जा भी गया है या करने का प्रस्ताव दिया जा रहा वह पहले से कम वेतन व भत्तों के आधार पर है.

स्वास्थ्य विभाग से नाराज
धरनास्थल पर वक्ताओं ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का रवैया अडि़यल बना हुआ है. फील्ड कर्मचारियों ने स्वास्थ्य विभाग व नई कंपनी के प्राधिकारियों के उस बयान को भी गलत बताया है जिसमें कहा गया था कि पुरानी कंपनी के 60 परसेंट कर्मचारियों को एडजस्ट किया जा चुका है. आंदोलनकारियों ने कहा कि नई कंपनी द्वारा पुराने कर्मचारियों का वेतन व भत्ता बढ़ाए जाने के बजाय बहुत कम वेतन पर ज्वाइनिंग करने के लिए कहा जा रहा है. जब तक उन्हें बहाल कर समुचित वेतन व भत्तों के साथ नई कंपनी में एडजस्ट नहीं किया जाता है और सेवा नियमावली नहीं बनाई जाती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा.