कानपुर (ब्यूरो)। सिटी को स्मार्ट बनाने के लिए नगर निगम की गार्बेज फ्री स्कीम को नगर निगम के कर्मचारी ही डूबा रहे है। गार्बेज फ्री बनाने के लिए कई प्लेस पर ट्रांसफर स्टेशन बनाए गए है। जिससे रोड पर गार्बेज न फैला रहे। जोन-2 और जोन-3 में नए खुले सात ट्रांसफर स्टेशनों के निरीक्षण में कई खामियां मिली हैं। अपर नगर आयुक्त मो। आवेश ने जब ट्रांसफर स्टेशन के कर्मचारियों से गार्बेज का हिसाब मांगा तो बगले झांकने लगे। ट्रांसफर स्टेशन पर दिन में कितनी गार्बेज कलेक्शन व्हीकल आ रही है या फिर कितना गार्बेज निस्तारित होकर डंप भेजा जा रहा है इसकी भी जानकारी कर्मचारी नहीं दे सके। जिसको लेकर अपर नगर आयुक्त ने कर्मचारियों को फटकार लगाते हुए अल्टीमेटम दिया।

अटेंडेंस रजिस्टर भी मिला गायब
नगर आयुक्त शिवशरणप्पा के निर्देश पर अपर नगर आयुक्त ने ट्रांसफर स्टेशनों में पीसीटीएस संचलन का टाइम, फिक्स प्लेस, समय पर कर्मचारी की मौजूदगी और स्टेशन पर आने वाले डोर टू डोर व मैनुअल गार्बेज कलेक्शन व्हीकल की डिटेल की जांच की। जोन तीन के संजय वन वार्ड 55 में बने ट्रांसफर स्टेशन के निरीक्षण में पीसीटीएस कॉम्पैक्टर चालू अवस्था में मिला पर यहां सिर्फ एक की ऑपरेटर पाया गया। अपर नगर आयुक्त को अटेंडेंस रजिस्टर भी नहीं मिला। 21 मार्च के बाद से कितनी गार्बेज व्हीकल स्टेशन पर आया इसका भी हिसाब नहीं मिला।

गार्बेज का रिकार्ड की नदारत
वार्ड 79 और 84 में श्रम हितकारी केंद्र में बने ट्रांसफर स्टेशन के निरीक्षण में भी एक ही कर्मचारी पाया गया। बेगमपुरवा वार्ड 108 में बना ट्रांसफर स्टेशन शुरू तो मिला पर आज तक सिर्फ दो ही गार्बेज व्हीकल आने का रिकॉर्ड पाया गया। इसी तरह एनएलसी और आयुर्वेदिक मैदान में बने ट्रांसफर स्टेशन का भी अपर नगर आयुक्त ने निरीक्षण किया। आयुर्वेदिक मैदान के ट्रांसफर स्टेशन में पीसीअीएस कॉम्पैक्टर संचालन होता नहीं मिला। यहां जनरेटर भी खराब मिला। गार्बेज व्हीकल की भी जानकारी नहीं मिली। जिसपर अपर नगर आयुक्त ने फटकार लगाई।

अपर नगर आयुक्त ने दिए जांच के आदेश
जोन-2 में दो स्थलों में अपर नगर आयुक्त मो। आवेश ने तेल मिल और अहिरवां पुलिस चौकी में बने ट्रांसफर स्टेशन का निरीक्षण किया। दोनों ही जगह पीसीटीएस कॉम्पैक्टर चालू अवस्था में मिला। निरीक्षण में कर्मचारी तो मिले पर गार्र्बेज के कलेक्शन की सही जानकारी नहीं मिली। अपर नगर आयुक्त ने मिली खामियों के जांच के आदेश दिए हैं।