-रेलवे जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या एक पर लगाए गए थे एस्केलेटर

-इनॉग्रेशन के चार दिन ही हो गए खराब, अभी तक नहीं हो सके ठीक

2016- में एस्केलेटर आया था बरेली

4-वर्ष ओपन एरिया में पड़ी रही मशीनें

3-वर्ष में रेलवे तय कर सका कहां लगेगा एस्केलेटर

28-नवम्बर 2019 को एस्केलेटर का हुआ इनॉग्रेशन

4-दिन बाद ही हो गया खराब

बरेली:

रेलवे जंक्शन पर करोड़ों रुपए से लगाए गए एस्केलेटर को अफसर चलवा नहीं पाए, अब प्लेटफार्म एक और चार नम्बर पर लिफ्ट लगाने का काम शुरू करवा दिया। अफसरों का मानना है कि लिफ्ट लगने से पैसेंजर्स को लाभ मिलेगा। वहीं पैसेंजर्स की सुविधा के लिए लगाया गया एस्केलेटर सिर्फ सफेद हाथी बना खड़ा है। एस्केलेटर लगाने के बाद 28 नवम्बर 2019 को इनॉग्रेशन तो करा दिया गया लेकिन चार दिन बाद ही यह खराब हो गया। इसकी मरम्मत भी कराई गई इसके बावजूद एस्केलेटर ठीक से आज तक नहीं चल सका।

2016 में आया था एस्केलेटर

बरेली जंक्शन पर वर्ष 2016 में एस्केलेटर के पा‌र्ट्स आए। लेकिन इसे लगाया कहां जाएगा, इस पर राजनीति शुरू हो गई। करीब तीन साल पहले एस्केलेटर लगाने की जगह तय हो पाई। इसके बाद एस्केलेटर इंस्टॉल किया गया। लेकिन इसमें कई सीढि़यां टूट चुकी थीं। वहीं, कई वायर चूहे कुतर चुके थे। एस्केलेटर लगाने वाली कंपनी ने दोबारा मरम्मत का काम शुरू किया। महाप्रबंधक दौरे को लेकर काम ने तेजी पकड़ी। काफी जद्दोजहद के बाद एस्केलेटर दुरुस्त हुआ। करीब दो महीने पहले एस्केलेटर लग गया। 28 नवंबर को उत्तर रेलवे महाप्रबंधक दौरे पर पहुंचे तो एस्केलेटर शुरू हो चुका था। हालांकि कबाड़ हो चुके एस्केलेटर की लाइफ को लेकर पहले से ही संशय था। हुआ भी यही। चार दिन में ही एक्सेलेटर खराब हो गया।

लिफ्ट में जंग का लोहा

रेलवे जंक्शन के प्लेटफार्म एक पर लिफ्ट लगाने का काम लगभग 50 परसेंट पूरा होने को है। तो वहीं प्लेटफार्म नम्बर चार पर भी लिफ्ट लगाने का काम सैटरडे को शुरू हो गया। जानकारी करने पर बताया गया कि जल्द ही लिफ्ट का काम पूरा कर लिया जाएगा। वहीं एक नम्बर पर जो लिफ्ट लगाई जा रही है वहां पर पुराना जंग लगा हुआ लोहा लगाया जा रहा है।

एस्केलेटर खराब थे तो उसे ठीक करा दिया गया। लेकिन वहां पर कोई ऑपरेटर नहीं है। किसी ने बंद कर दिया होगा तो एस्केलेटर बंद हो गए होंगे।

-सत्यवीर सिंह, स्टेशन मैनेजर