- कम बजट और ज्यादा चुनौती के साथ कैसे करेंगें मूल्यांकन

- इस बार टीचर्स के मूल्यांकन की होगी एडिटिंग

- हिंदी में फेल होने पर नहीं होंगे अब फेल

- इंटर में 10 और हाईस्कूल में होगा आठ अंक का ग्रेस

- चार सेंटर पर दस लाख 20 हजार कॉपियों का होगा मूल्यांकन

MEERUT : यूपी बोर्ड मूल्यांकन जहां इस बार टीचर्स के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। वहीं मूल्यांकन में बहुत से बदलाव भी हुए हैं। सिटी के चार सेंटर पर इस बार दस लाख बीस हजार कॉपियों का मूल्यांकन होगा। क्क् अपै्रल से शुरू होने वाले मूल्यांकन में देरी की भी उम्मीद जताई जा रही है, वहीं मूल्यांकन के लिए हुई बैठक में भी कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं। परीक्षकों से लेकर उप-परीक्षकों के लिए जहां सुविधाओं व बजट के नाम पर कुछ भी नहीं है। वहीं इस बार कॉपियों का मूल्यांकन करना भी टीचर्स के लिए बड़ा सवाल बन गया है।

यह है मूल्यांकन में परेशानी

दो तरह के पेपर बने सबसे बड़ी चुनौती

बता दें कि इस बार मेरठ के लगभग क्म् और क्षेत्रीय कार्यालय के लगभग ख्ब् सेंटर पर स्टूडेंट्स को दो तरह के पेपर सेट दिए गए थे। परीक्षकों को इस बार कॉपियों का मूल्यांकन करते समय एक-एक कॉपी को पूरी तरह से जांचना होगा।

अनुशासनहीनता पर लगेगी क्लास

मूल्यांकन में लगाई गई ड्यूटी पर न पहुचने पर या फिर किसी भी तरह की अनुशासनहीनता दिखाने वालों के लिए भी बोर्ड ने सख्त निर्देश दिए हैं। बोर्ड ने अनुशासनहीनता दिखाने वालों का इंक्रीमेंट और सिनीयरटी रोकने के आदेश दिए हैं।

केवल नाम का बजट

मूल्यांकन के लिए आए बजट के मामले में तो उप-निरीक्षक से लेकर परीक्षक व कर्मचारी तक को कुछ नहीं मिलेगा। बता दें उप-निरीक्षक को क्भ् दिन के मूल्यांकन के लिए प्रत्येक परीक्षक के हिसाब से टोटल ख्ब् रुपए मिले हैं। इनमें जेनरेटर, पानी, बिजली, फर्नीचर रेंट, टाट, लाट, सूतली, स्टेशनरी का सामान लेना होगा। वहीं परीक्षक को इंटर की कॉपी के सात रुपए और हाईस्कूल की कॉपी के छह रुपए के साथ पूरे दिन के बीस रुपए डीए मिलेगा। पानी पिलाने वाले चपरासी को क्8 रुपए और कॉपी की सिक्योरिटी के लिए क्भ् दिन के भ्00 रुपए मिल रहे हैं।

स्टूडेंट्स को यहां होगा फायदा

मूल्यांकन के बाद होगी कॉपी एडिटिंग

कॉपियों के मूल्यांकन के बाद भी कॉपियों की एडिटिंग होगी। इस बार प्रत्येक सेंटर पर हर विषय के दो-दो कॉपी एडीटर लगाए जाएंगे। यह एडीटर ही मूल्यांकन की गई कॉपियों का दुबारा से मूल्यांकन करेंगें। सनातन धर्म ब्वॉयज इंटर कॉलेज के प्रिंसीपल बीबी बंसल ने बताया कि मूल्यांकन की गई कॉपियों के प्रत्येक बंडल का क्भ् प्रतिशत भाग एडिटिंग किया जाएगा। ऐसा इसलिए ताकि मूल्यांकन की पारदर्शिता का पता लग सके।

हिंदी में फेल होने पर नहीं होंगे फेल

अभी तक तो हिंदी विषय में फेल होने वाले को बस फेल ही मान लिया जाता था, लेकिन इस साल से यह बिल्कुल नहीं होगा। वहीं हाईस्कूल में दो विषयों में आठ नंबर का गे्रस और इंटर में दो विषय में दस नम्बर तक का गे्रस स्टूडेंट्स को इस बार दिया जा रहा है।

मेरठ में दस लाख कॉपी होंगी चेक

मेरठ में बनाए गए चार मूल्यांकन सेंटर पर इस बार दस लाख कॉपियों का मूल्यांकन होगा। इनमें जीआईसी में साढ़े तीन लाख, कनोहर लाल इंटर कॉलेज में एक लाख भ्भ् हजार, सनातन धर्म इंटर कॉलेज में ख् लाख भ्भ् हजार और बीएवी इंटर कॉलेज में दो लाख से ज्यादा कॉपियों का मूल्यांकन होगा।

मूल्यांकन में हो सकती है देरी

सिटी में क्क् अपै्रल से शुरू होने वाले मूल्यांकन में देरी भी हो सकती है। बोर्ड मुख्यालय की मीटिंग में मूल्यांकन को लेकर भी सवाल उठाए गए। बीएवी इंटर कॉलेज के प्रिंसीपल राकेश जैन व सनातन धर्म ब्वॉयज इंटर कॉलेज के प्रिंसीपल बीबी बंसल का कहना है कि इलेक्शन के अगले दिन ही मूल्यांकन है। जबकि स्कूलों में फोर्स रुकी हुई है। टीचर भी चुनाव ड्यूटी पर हैं। ऐसे में मूल्यांकन देरी की मांग की गई है। बोर्ड ने इस विषय पर विचार करने का आश्वासन दिया है।