- एकेटीयू ने मूल्यांकन में गड़बड़ी के आरोपों के बाद उठाया कदम

- स्पेशल कैरीओवर एग्जाम के स्टूडेंट्स लगातार कर रहे कॉपियों के मूल्यांकन की मांग

LUCKNOW: डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) ने पिछले कुछ समय से लगातार मूल्यांकन में गड़बड़ी का आरोप लगाकर हंगामा कर रहे स्टूडेंट्स के आरोपों को खारिज करने का मन बना लिया है। यूनिवर्सिटी की ओर से उन सभी स्टूडेंट्स की कॉपियों के दोबारा से मूल्यांकन कराने के लिए मंजूरी दे दी है, जो गड़बड़ी का आरोप लगा रहे हैं। इसके लिए यूनिवर्सिटी की ओर से एक एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया जाएगा। जिसमें आईआईटी व दूसरे बड़े इंजीनियरिंग संस्थाओं के प्रोफेसर्स शामिल होंगे, जो इन स्टूडेंट्स के कॉपियों का मूल्यांकन करेंगे। इसके लिए स्टूडेंट्स को मूल्यांकन के लिए यूनिवर्सिटी में आवेदन करना होगा। जिसके बाद यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स के मूल्यांकन एक्सपर्ट कमेटी से कराएगी।

यूनिवर्सिटी पर लगातार लग रहे आरोप

स्टूडेंट्स आरोप है कि वीसी ने खुद ही चैलेंज किए था कि यदि एक भी छात्र पास हो गया तो हम सारे फेल छात्रों को पास करेंगे, लेकिन जब कांपियां चेक होने लगी और छात्र पास होने लगे तो यूनिवर्सिटी प्रशासन अपनी पोल खुलने के डर से कॉपियां दिखाना बंद कर दिया। परेशान छात्रों ने न्याय के लिए मुख्यमंत्री से लेकर राज्यपाल तक का दवाजा खटखटाया। उन्हें आश्वासन तो हर जगह मिला, लेकिन अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ।

आत्मदाह की कोशिश तक की

एकेटीयू में स्टूडेंट्स लगातार मूल्याकंन में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कॉपियां दिखाने की मांग कर रहे हैं। स्टूडेंट्स का आरोप है कि इसके बाद भी यूनिवर्सिटी उनको कॉपियां दिखाने को तैयार नहीं है। इस व्यवस्था से क्षुब्ध होकर मंडे को रात एक बजे सपा मुख्यालय के पास इंजीनियरिंग कर रहे नौजवान मनोज ने अपने ऊपर मिट्टी का तेल छिडक़कर जान देने की कोशिश की। इस नौजवान को आश्वासन देने की जगह पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया।