नई दिल्ली (पीटीआई)। कृषि कानूनों के खिलाफ लगभग 42 दिनों से दिल्ली की विभिन्न सीमाओं के पास बड़ी संख्या में किसान डेरा डाले हुए हैं। सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं। खराब मौसम के बाद भी किसान हटने को तैयार नही है। किसानों का कहना है कि आने वाले दिनों में उनका विरोध और तेज हो जाएगा। वहीं टिकरी बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन आज 42वें दिन भी जारी है। प्रदर्शन स्थल पर एक कश्मीरी युवा पिछले एक महीने से लंगर दे रहे हैं। उन्होंने बताया, यहां लोगों को बहुत परेशानी हो रही है। हम हर तरह का लंगर चला रहे हैं जो कुछ भी हमारे पास है हम दे रहे हैं।

आठवें दाैर की बैठक 8 जनवरी को होगी
किसान नेता राकेश टिकैत कहा कहना है कि अब 8 तारीख को अगली यानी कि आठवें दाैर की बैठक होगी। सरकार के साथ फिर से तीनों कृषि कानूनों को वापिस लेने पर और MSP दोनों मुद्दों पर 8 तारीख को फिर से बात होगी। हमने बता दिया है कानून वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं होगी। बता दें कि सोमवार को सरकार और किसानों के बीच हुई सातवें दाैर की बैठक हुई थी। हालांकि इसमें दोनों पक्षों में बात नही बनी। इस दाैरान किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि सरकार को यह बात समझ आ गई है कि किसान संगठन कृषि कानूनों को रद किए बिना कोई बात नहीं करना चाहते हैं। हमसे पूछा गया कि क्या आप कानून को रद किए बिना नहीं मानेंगे तो हमने कहा कि हम नहीं मानेंगे।

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