-खेती की जमीन के रास्ते में बिजली घर बनाने पर भड़के किसान

-आवास-विकास के खिलाफ किया प्रदर्शन, आंदोलन की चेतावनी

MEERUT। जागृति विहार एक्सटेंशन योजना संख्या-11 में खेती की जमीन के आगे बिजली घर बनाने के विरोध में शनिवार को घोसीपुर के किसानों ने आवास-विकास परिषद और पीवीवीएनएल के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। किसानों का आरोप है कि बिजलीघर के निर्माण के लिए आवास-विकास परिषद ने जानबूझकर पीवीवीएनएल को वो जमीन दी है, जिसकी बाउंड्री से किसानों की जमीन का रास्ता बंद हो गया। समस्या का समाधान न होने पर किसानों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।

क्या है मामला

दरअसल, जागृति विहार एक्सटेंशन योजना संख्या-11 में 220 केवी बिजलीघर का निर्माण किया जा रहा है। बिजलीघर के पास ही घोसीपुर की जमीन से सटे इस बिजली घर के निर्माण से गांव के कई किसानों की भूमि का रास्ता बंद हो गया है। आरोप है कि आवास-विकास ने न तो उनकी जमीन का अधिग्रहण किया और न उसका मुआवजा दिया है, बावजूद इसके उनकी जमीन का रास्ता बिजली घर को दे दिया गया है। किसान जावेद ने बताया कि 19 मई 2015 को हाईकोर्ट ने कई किसानों की जमीन का भुगतान नई भू-अधिग्रहण नीति के अनुसार दिए जाने के आदेश जारी किए थे। प्रशासन जिसका कोई संज्ञान नहीं ले रहा है।

आंदोलन की चेतावनी

जावेद ने बताया कि यदि हाईकोर्ट के आदेशानुसार किसानों को मुआवजा भुगतान नहीं किया तो आवास-विकास के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इस मौके पर दानिश, आबिद, नादिर, सत्तार, इस्लाम व हनीफ आदि मौजूद रहे।