-कर्नाटक दौरे से लौटे मंत्री ने प्रदर्शनकारियों से सुनी बात, एसपी मऊ को कार्रवाई का आदेश

-पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को किया रिहा

LUCKNOW :

मऊ जिले में युवती की रेप के बाद हत्या के मामले में वन मंत्री दारा सिंह चौहान पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाते हुए मृतका के परिजनों ने मंत्री आवास पर टमाटर फेंककर विरोध जताया। जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को कस्टडी में ले लिया। हालांकि, कुछ देर बाद आवास पहुंचे मंत्री चौहान ने मृतका के परिजनों से उनकी शिकायत सुनी और एसपी मऊ को फोन कर कार्रवाई का आदेश दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी वापस लौट गए।

मच गया हड़कंप

गौतमपल्ली स्थित वन मंत्री दारा सिंह चौहान के आवास पर गुरुवार शाम मऊ जिले से आए करीब एक दर्जन प्रदर्शनकारी अचानक जा पहुंचे। प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां लिये थे जिसमें युवती की रेप के बाद हत्या करने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर नारे लिखे थे। वहां पहुंचते ही प्रदर्शनकारियों ने साथ लाए टमाटर मंत्री आवास पर फेंकने शुरू कर दिये। उनका आरोप था कि मंत्री चौहान आरोपियों को बचा रहे हैं। हाईसिक्योरिटी जोन में अचानक शुरू हुए इस प्रदर्शन से हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर आनन-फानन पहुंची पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को कस्टडी में ले लिया।

मंत्री ने सुनी शिकायत

इसी बीच मंत्री आवास पर तैनात कर्मचारियों ने मंत्री दारा सिंह चौहान को फोन पर इसकी सूचना दी। मंत्री चौहान ने सीओ हजरतगंज अभय मिश्र को प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने से रोक दिया। कर्नाटक दौरे से वापस लौटे मंत्री चौहान ने मृतका के परिजनों से उनकी पूरी शिकायत सुनी और एसपी मऊ को कॉल कर मुकदमा दर्ज करने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा। मंत्री चौहान ने परिजनों को आश्वासन दिया कि इंसाफ की लड़ाई में वह उनकी पूरी मदद करेंगे। जिसके बाद प्रदर्शनकारी संतुष्ट होकर वापस लौट गए।

यह है मामला

पेशे से मजदूर मृतका के पिता ने बताया कि वह मुंबई में रहता है जबकि, उनकी पत्‍‌नी व पांच बच्चे गांव में ही रहते हैं। उनके गांव के प्रधान ने उज्जवला गैस का कनेक्शन दिलाने के बहाने पहले उनकी पत्‍‌नी के साथ रेप किया। लोकलाज के डर से पत्‍‌नी ने उसे यह घटना नहीं बताई तो आरोपी प्रधान ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी बेटी को अगवा कर रेप किया और उसकी हत्या कर लाश को पेड़ से टांग दिया। बेटी की हत्या की सूचना मिलने पर वह गांव पहुंचा और मऊ जिले के तमाम पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से पूरे मामले की शिकायत की। लेकिन, आरोपियों पर मंत्री का संरक्षण होने की वजह से पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की।

मंत्री जी ने प्रदर्शनकारियों से उनकी शिकायत सुनी और मऊ के वरिष्ठ अधिकारियों को कार्रवाई करने का आदेश दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी संतुष्ट होकर वापस लौट गए।

अभय कुमार मिश्र

सीओ, हजरतगंज