RANCHI:नई विधानसभा बिल्डिंग में अगलगी की जांच के लिए तीन सदस्यीय दल का गठन किया गया है, जिसका नेतृत्व भवन निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर बीके सिन्हा करेंगे। इस दल में विभाग के सुपरीटेंडिंग व एग्जीक्यूटिव इंजीनियर्स भी शामिल हैं। ये आग लगने के कारणों की जांच रिपोर्ट दो से तीन दिनों में भवन निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार को सौंपेंगे। यह रिपोर्ट पुलिस की जांच से अलग होगी। इस मामले में सुनील कुमार तमाम गतिविधियों की खुद निगरानी कर रहे हैं। बता दें कि रांची स्थित नई विधानसभा बिल्डिंग के एक हिस्से में बुधवार को आग लग गई थी और उस हिस्से को काफी नुकसान पहुंचा है।

यह ठेकेदार की परेशानी

आग लगने से हुए नुकसान का अभी पूरी तरह आकलन नहीं किया गया है, लेकिन सरकार की ओर से एक बात स्पष्ट है कि यह ठेकेदार की परेशानी है। जब तक भवन हैंडओवर नहीं लिया जाता, तब तक की समस्याओं से सरकार को कुछ लेना-देना नहीं है। आग लगने के बाद भी भवन के अंदर का फायर फाइटिंग सिस्टम दुरुस्त पाया गया और इसका उपयोग आग बुझाने में भी हुआ था। सीवरेज, ड्रेनेज, इलेक्ट्रिक अरेंजमेंट आदि दुरुस्त होने के बाद ही भवन हैंडओवर लिया जाएगा। इस दौरान कई प्रकार की विभागीय जांच की जाएगी।

सेशन पर नहीं पड़ेगा असर

बुधवार को भवन के कुछ इलाकों में व्हाइट वाशिंग का काम चल रहा था, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। बरसात के मौसम में कुछ इलाकों में पानी के कारण भवन का रंग हल्का हो गया था। आग की इस घटना से विधानसभा के नए सत्र में कोई देरी होने के सवाल को विभागीय स्तर से सिरे से खारिज किया जा रहा है। किसी प्रकार की साजिश की बात पर विभाग को पुलिसिया जांच का भी इंतजार है। विभाग की ओर से यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि हैंडओवर से पहले के तमाम नुकसान से सरकार को कोई लेना-देना नहीं है। यह एजेंसी के जिम्मे है।

वर्जन

सात दिनों में विधानसभा भवन अपनी पुरानी स्थिति से बेहतर स्थिति में होगा। इस घटना की जांच की जा रही है, लेकिन इससे सत्र पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बिना दुरुस्त हुए भवन हैंडओवर लेने का सवाल ही नहीं है।

-सुनील कुमार, सचिव, भवन निर्माण विभाग।