अभिनेत्री विद्या बालन मानती हैं कि वह गीतकार व कहानीकार गुलजार से पूरी तरह प्रभावित हैं. विद्या कहती हैं कि वह गुलजार के चलते ही उर्दू साहित्य से परिचित हुईं. गुलजार के साथ उनकी नई एलबम 'तेरा बयान गालिब' जारी करते हुए विद्या ने कहा, "मैं गुलजार साहब के चलते उर्दू साहित्य से परिचित हुई.

 मैंने एक साल पहले उन्हें कालाघोड़ा महोत्सव में कराड़ी टेल्स पढ़ते हुए देखा. मैंने जो देखा और सुना उससे मैं बहुत प्रभावित हुई और मैंने उर्दू साहित्य में भी रुचि लेना शुरू कर दिया."

तैंतीस वर्षीया विद्या ने कहा, "मेरे लिए गुलजार ही अकेले ऐसे व्यक्ति हैं जिनके आगे में खामोश हो जाती हूं. विशाल भारद्वाज उन्हें बहुत खूबसूरती से 'सफेद सूफी' बुलाते हैं."

एलबम में शायर गालिब के खत और कविताएं हैं, जिन्हें गुलजार ने पढ़ा है. गालिब की गजलें गजल गायक जगजीत सिंह की आवाज में हैं.

जगजीत सिंह के सम्बंध में बात करते हुए विद्या ने कहा, "मुझे लगता है कि मेरी पीढ़ी के हर व्यक्ति के लिए गजल का मतलब जगजीत सिंह और उर्दू साहित्य का मतलब गुलजार हैं. गालिब को हम तक कोई नहीं पहुंचा सका था लेकिन भारतीय संस्कृति की इन दोनों हस्तियों ने हमारा उनसे परिचय कराया."

गुलजार ने 1988 में टीवी धारावाहिक 'मिर्जा गालिब' का निर्माण किया था. अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने गालिब की भूमिका निभाई थी.

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