-कांशीराम एजुकेशनल ट्रस्ट के नाम पर इंटरनेट पर निकला था विज्ञापन

-बच्चों को एजूकेट करने के लिए निकाली गई थी वेकेंसी

-जॉब के नाम पर हुई वसूली, फ्राड की रिपोर्ट दर्ज

ALLAHABAD: बेरोजगारी देश की बड़ी समस्या है। जॉब के लिए हर युवा परेशान है। उनकी इस परेशानी को वसूली का धंधा बना रहे हैं फ्राड करने वाले। इस बार फ्राड का यह मामला इंटरनेट के थ्रू सामने आया है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है।

हैंडसम सैलरी का आफर

राजेश कुमार तिवारी मेजा एरिया का रहने वाला है। एडवोकेट राजेश को पता चला कि इंटरनेट पर कांशीराम एजुकेशनल ट्रस्ट लखनऊ की ओर से वेकेंसी आई है। जॉब प्रोफाइल के मुताबिक रिक्रूटमेंट पाने वालों को ग्राम सभा स्तर पर केन्द्र संचालित करके ऐसे बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित करना था जिन्होंने अब तक स्कूल का मुंह नहीं देखा था। इसके लिए उन्हें क्ब्म्00 से लेकर क्म्800 रुपए प्रतिमाह वेतन ऑफर किया गया था। वेकेंसी की पूरी इंफारमेशन और फॉर्म केवल आनलाइन उपलब्ध था। बेरोजगारों को इसमें एक आप्च्र्युनिटी दिखी और इलाहाबाद से करीब पांच सौ लोगों ने आवेदन जमा कर दिया।

ख्0 हजार रुपए का बैंक ड्राफ्ट

राजेश की मानें तो इस जॉब के लिए ख्0 हजार रुपए का डिमांड ड्राफ्ट जमा करना था। जॉब की प्रोफाइल देखकर रमेश ने अपने भाई अखिलेश, वाइफ मेघा का आवेदन करा दिया। इसके बाद संस्था की ओर से राजर्षि टंडन मंडपम में ट्रेनिंग के लिए बुलाया गया। आरोप है कि ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने सिर्फ ख्0 हजार रुपए का बैंक ड्राफ्ट लिया। जॉब के नाम पर ट्रेनिंग पूरी नहीं हो सकी। संस्था के मेम्बर्स अजय प्रताप सिंह, ट्रस्ट के महाप्रबंधक डॉक्टर साहनी और उनकी टीम ने बाद में ट्रेनिंग के लिए कहा था। लेकिन, उसके बाद उन्होंने अभ्यर्थियों से कोई कांटेस्ट नहीं किया। आफिस का तो पता नहीं उन सबका मोबाइल स्विच आफ हो गया। इस मामले में राजेश ने इन सब के खिलाफ कोतवाली थाने में फ्राड का मामला दर्ज कराया है।

एक नजर में पूरा घटनाक्रम

-कांशीराम एजुकेशनल ट्रस्ट की तरफ से घोषित की गई थी वेकेंसी

-अभ्यर्थियों को आनलाइन करना था आवेदन

-प्रत्येक अभ्यर्थी से ट्रेनिंग के नाम पर वसूले गए बीस हजार रुपए

-पांच सौ लोगों ने किया था आवेदन

-बैंक ड्राफ्ट वसूलने के बाद समाप्त हो गई ट्रेनिंग

-गायब हो गए संचालक, मोबाइल भी स्विच ऑफ

-कोतवाली थाने में दर्ज हुआ फ्राड का मामला