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PATNA : नए एकेडमिक सेशन 2019-20 से एनआईटी और आईआईटी पटना में 10 फीसदी सीटें बढ़ जाएंगी. आर्थिक रूप से कमजोर स्टूडेंट्स को 10 फीसदी आरक्षण देने की वजह से यह बदलाव होगा. इसके लिए एनआईटी पटना और आईआईटी पटना ने तैयारी शुरू कर दी है. आईआईटी ने तो इस बारे में फ्रेश चार्ट भी जारी कर दिया है. इसमें बीटेक के छह डिपार्टमेंट और एमटेक के पांच डिपार्टमेंट शामिल हैं. जबकि एनआईटी पटना के बीटेक के 10 डिपार्टमेंट में अभी तीन डिपार्टमेंट में सीटें बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. फिलहाल एमटेक में सीटें नहीं बढ़ेंगी. दोनों संस्थान क्लास रूम स्पेश और डिपार्टमेंट को केंद्र में रखकर फैसला कर रहे हैं. यदि पहले वर्ष 10 फीसदी सीटें नहीं बढ़ाई गई तो अगले वर्ष इसके लिए समय दिया जाएगा.

अगले वर्ष तक सीटें बढेंगी
एनआईटी पटना स्पेश के लिहाज से देश का सबसे छोटा एनआईटी है. यहां क्लास रूम की समस्या पहले ही एक इश्यू है. ऐसे में एमटेक लिए सीटें नहीं बढ़ाई जा रही है. जबकि बीटेक में सीटें बढ़ेंगी. इस बार दो से तीन सीटें बढ़ने की उम्मीद है. क्योंकि क्लास रूम एक बड़ी समस्या है. इस समस्या को दूर करने के लिए अगले वर्ष तक का समय लिया गया है.

तीन विभागों में ज्यादा सीटें बढ़ेंगी
एनआईटी पटना में बीटेक के लिए वैसे तो सभी विभागों में सीटें बढ़ानी हैं लेकिन तीन डिपार्टमेंट में ज्यादा सीटें बढ़ेंगी. इसमें आर्किटेक्चर, कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग शामिल हैं. इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग में छह सीटें, कम्प्यूटर साइंस में चार सीटें बढ़ेंगी. जबकि आर्किटेक्चर में तीन सीटें बढ़ेंगी.

दो साल में 25 फीसदी सीटें बढ़ेंगी
मिनिस्ट्री ऑफ एचआरडी के मुताबिक आर्थिक रूप से कमजोर स्टूडेंट्स के लिए दो साल में करीब 25 फीसदी सीटें बढ़ानी है. एनआईटी पटना में यदि केवल बीटेक की सीटों की बात करें तो यहां कुल 10 ब्रांच हैं और इसमें कुल 800 सीटें हैं. इस प्रकार यह बढ़कर 1000 सीटें हो जाएगी. हालांकि, संस्थान अपने जरूरत के अनुसार इसे ब्रांच वाइज या विषय अनुसार इसमें बढ़ोतरी कर सकता है.