नई दिल्ली (एएनआई)। नेशन वाइड लॉकडाउन के बीच COVID-19 से लड़ाई छिड़ी हुई है। ऐसे में विभिन्न राज्यों में पुलिस अधिकारियों ने सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में जागरूकता फैलाने और लोगों को अपने घरों में रहने के लिए रिक्वेस्ट करने के पर्पज से कुछ यूनिक तरीके ढूंढे हैं ताकि लोग वायरस को सुरक्षित रह सकें। साथ ही पुलिस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कोरोनोवायरस पर फर्जी खबरों को रोकने, लोगों को सैनिटाइजर का यूज करने, हैंडशेक से बचने और अपने आस-पास के इलाके को साफ रखने के लिए अवेयर करने के लिए काफी उपाय कर रही है।

सोशल मीडिया बना साधन

सोशल मीडिया लोगों को इमरजेंसी में लोगों को टोल-फ्री नंबरों पर पुलिस और चिकित्सा कर्मचारियों तक पहुंचने का जरिया बन गया है। इसके लिए पुलिस कार्टून और कैरिकेचर की हेल्प से लोगों तक जानकारी पहुंचा रही है। कुछ पुलिस कर्मी लोगों को अपने सिंगिग टैलेंट के माध्यम से गाने गा क्वॉरंटीन और COVID-19 से बचने के लिए ध्यान रखने वाली बातों की जानकारी दे रहे हैं, तो कहीं पुलिस वाले लगातार पेट्रोलिंग के दौरान लाउडस्पीकर पर अनाउंस कर रहे हैं कि लोग घरों में ही रहें।

फेक न्यूज से निपटने के लिए खास टैब

इस दौरान काफी फेक न्यूज स्प्रेड हो रही हैं जो लोगों को परेशान कर सकती हैं। इस सिचुएशन से निपटने के लिए दिल्ली पुलिस ने अपनी वेबसाइट में एक टैब जोड़ा है जहां लोग वो खबर सब्मिट कर सकते हैं जिसके बारे में उन्हें लगता है कि वो फर्जी है। दिल्ली पुलिस ने ट्वीट किया कि, नागरिक किसी भी फर्जी खबर की सूचना दे सकते हैं और उसके सत्यापन और स्पष्टीकरण के लिए सामग्री अपलोड कर सकते हैं।

मौत का देवता सड़कों पर

ऐसा ही कुछ करने की कोशिश की है आंध्र प्रदेश में, काशीबुग्गा शहर की पुलिस ने, यहां कुछ कलाकारों को काम पर रखा गया और उन्हें यमराज, उनकी सेना और चित्रगुप्त के लुक में तैयार किया गया। हिंदू माइथलॉजी के इन 'गॉड ऑफ डेथ' और 'गॉड ऑफ जस्टिस' को रिप्रेजेंट करने वाले इन आर्टिस्ट के जरिए कोरोनोवायरस के खतरों के बारे में लोगों को समझाया जा रहा है।

कोरोना हेलमेट का डर

हैदराबाद ट्रैफिक पुलिस ने मालकपेट में दुनिया की आधी आबादी को लॉकडाउन करने वाले COVID-19 के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए एक रैली का आयोजन किया जिसमें पुलिस वालों को नोवल कोरोनोवायरस के स्ट्रक्चर से इंस्पायर हेलमेट पहने हुए देखा गया। इस रैली के दौरान इन हेलमेट के जरिए पुलिस ने लोगों को बाहर निकलने से रोकने और उन्हें यह बताने का प्रयास किया कि ये बीमारी कैसे फैलती है।

सोशल मीडिया पर पंजाब पुलिस

वहीं पंजाब पुलिस ने सोशल मीडिया पर टिकटॉक, शेयरचैट, फेसबुक और ट्विटर पर लोगों से बात करते हुए अपील की है कि वे घर पर रहें और लॉकडाउन के दौरान खाली समय में अपने शौक को अपेक्षाकृत बेहतर तरीके से अपनाएं। पंजाब पुलिस लॉकडाउन के दौरान किए जाने वाले एहतियाती उपायों पर जनता को शिक्षित करने की पूरी कोशिश कर रही है। ट्विटर पर फैसिनेटिंग पोस्टरों के साथ पंजाब पुलिस ने कई संदेश दिए जैसे एक मैसेज में लिखा कि हैलो, पटियाला कुछ दिन आउटिंग पे लगाओ ताला, ऐसे में घर में रहने में है फायदा, तब तक आप बिरयानी एक्सपर्ट बन सकते हैं! पंजाब पुलिस ने तो 'दीपू दी बिरयानी' एनीमेशन सीरीज ही क्रिएट कर दी है और उसमें वीडियो शेयर करके लोगों को घर पर रहने के बेनिफिट के बारे में बताया गया है। यह सीरीज मैसेज देती है कि लोग इस लॉकडाउन अवधि का उपयोग कवितायें लिखने, वीडियो बनाने, पेंटिंग्स, और यहां तक ​​कि खाना पकाने की छिपी प्रतिभा का पता लगाने के लिए कर सकते हैं।

म्यूजिक भी बना हथियार

इससे हट कर झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में पुलिस अधिकारी, संगीत के माध्यम से, लोगों को इस डैडली वायरस से सावधान रहने और हैंडशेक के बजाय 'नमस्ते' करने और सोशल डिस्टैंसिंग फॉलो करने का मैसेज दे रहे हैं।झारखंड के एक अधिकारी ने 1958 की फिल्म 'सोलहवां सावन के सॉन्ग है अपना दिल तो आवारा की बीट्स पर गाना बना कर सड़कों पर सुनाया कि बहुत टेढ़ा है कोरोना तेरी हिम्मत आजमायेगा, वहीं कोलकाता में, कोरोनोवायरस के प्रसार के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करने और उनमें आत्मविश्वास जगाने के लिए लोगों के लिए वी शैल ओवर कम गा कर सुनाया गया।

ड्रोन की हेल्प

उत्तराखंड, असम, केरल में, पुलिस ड्रोन कैमरों का हेल्प से स्थिति की निगरानी कर रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि लॉकडाउन के दौरान लोग अपने घरों के अंदर रह रहे हैं और पैरा मीटर का पालन कर रहे हैं। इतना ही नहीं, पुलिस अधिकारियों को सड़क पर नियम तोड़ने वालों को सड़क पर पुशअप्स कराते और उनकी गलती मानने वाले पम्फलेट्स के साथ पोज करने के लिए लॉकडाउन फ्लोटर्स बनाते भी देखा गया। इसी तरह की अवेयरनेस प्रेक्टिस के बाद, महाराष्ट्र पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें लगभग नौ लोगों को ट्रैफिक सिग्नल के पास सिट-अप करते देखा गया।उत्तराखंड पुलिस ने लोगों को मुर्गा बनने की सजा दी और उन्हें पम्फलेट्स के साथ पोज देने के लिए कहा जिस पर लिखा था कि, मैं समाज का दुश्मन हूं मैं घर पर नहीं रहूंगा। पंजाब में नियम तोड़ने वालों को या तो फर्श पर रेंगने को कहा गया, या सड़क पर सीधे लेटने को कहा गया।

यूपी में गांधीगीरी

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में, पुलिस यह कन्फर्म करने के लिए 'गांधीगिरी' का सहारा ले रही है कि लोग घर के अंदर रहें। वे फूलों और मालाओं का गिफ्ट लोगों और दुकानदारों को दे रहे हैं जो अपने आउटलेट में सोशल डिस्टेंसिंग के रूल्स फॉलो कर रहे हैं। नियम का उल्लंघन करने वालों को सख्ती से अनावश्यक रूप से नहीं घूमने की सलाह दी गई है।

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