नई दिल्ली (एएनआई)। कोरोना वायरस प्रकोप के बीच गणेश चतुर्थी के 10 दिवसीय उत्सव की आज से शुरुआत हुई। इस अवसर पर आज यहां द्वारका में श्री सिद्धिविनायक मंदिर सहित देश के कई हिस्सों में भगवान गणेश की भव्य 'आरती' की गई। इसके अलावा पुजारियों ने मुंबई के प्रसिद्ध श्री सिद्धिविनायक मंदिर, नागपुर में श्री गणेश मंदिर टेकड़ी, पुणे में श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर और दिल्ली के कनॉट प्लेस में गणेश मंदिर में भी आरती की। इस अवसर पर मंदिरों और गणपति की मूर्तियों को खूबसूरती से सजाया गया है।

मंदिरों में पहुंचने वाले लोगों की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में कम

भगवान गणेश का आशीर्वाद लेने के लिए भक्त मंदिरों की विजिट कर रहे हैं। हालांकि कोविड-19 प्रतिबंधों के कारण मंदिरों में पहुंचने वाले लोगों की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में कम है। मंदिरों में, पुजारियों को कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए देखा गया। वे मास्क पहनने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते दिखाई दिए।

डाॅक्टर अदिति मित्तल ने सूखे फलों से गणपति जी की मूर्ति बनाई

मंत्रों के जाप के बीच कई मंदिरों में 'हवन' भी किया गया। इस बीच सूरत की रहने वाली डाॅक्टर अदिति मित्तल ने इस अवसर पर सूखे फलों से गणपति की मूर्ति बनाई। इसे कोविड-19 अस्पताल में रखा जाएगा। पूजा के बाद सूखे फल अस्पताल में मरीजों के बीच वितरित किए जाएंगे। उत्सव के 10 दिनों के बाद भक्त गणेश प्रतिमा का विसर्जन करते हैं।

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