- कार बाजार से गाड़ी चोरी चुराने वाला मास्टरमाइंट साथी संग अरेस्ट

- जिस कलर की गाड़ी चुराते थे, उसी कलर की गाड़ी के पेपर भी चुराते थे

- चोरी की फॉच्र्यूनर, हांडा सिटी, बुलेट और लूटी गई स्कार्पियो बरामद

LUCKNOW : ऑन डिमांड लग्जरी गाडि़यों को चुराने वाले गैंग को पुलिस ने अरेस्ट करने का दावा किया है। वह सौदा करने के बाद गाडि़यों को चुराते थे और फिर कस्टमर्स को डिलीवर करते थे। महानगर के बादशाहनगर स्थित कनक कार बाजार से 8 लग्जरी गाडि़यां चोरी करने वाले मास्टरमांइड और उसके एक साथी को महानगर पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। पुलिस ने उनके पास से चोरी की फॉच्र्यूनर सहित स्कार्पियो, हांडा सिटी और एक बुलेट बरामद की है। गैंग के तीन सदस्य अभी फरार हैं। पकड़े गए मास्टरमांइट की गिरफ्तारी पर पुलिस ने पंद्रह हजार का इनाम घोषित कर रखा था।

शहीद पार्क से दबोचा

एएसपी ट्रांसगोमती राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि कनक कार बाजार में हुई लग्जरी कार चोरी के मामले में गैंग लीडर श्रावस्ती निवासी रंजीत उर्फ मंगलेश फरार चल रहा था जबकि पुलिस ने तीन लागों को गिरफ्तार कर उनके पास से सात गाड़ी बरामद की थी। पुलिस को पता चला कि मंगलेश नेपाल भाग गया है। पुलिस लगातार सर्विलांस की मदद से मंगलेश की लोकेशन ट्रेस करने में लगी थी। बीती रात पुलिस को उसकी लोकेशन काकोरी के शहीद पार्क के पास मिली। इसके बाद पुलिस ने शहीद पार्क से उसे और उसके एक साथी हरदोई निवासी विनय गुप्ता को दबोच लिया। आरोपियों के पास से कनक कार बाजार से चोरी की फॉच्र्यूनर गाड़ी मिली।

होटल के बाहर से लूटी गई स्कार्पियो बरामद

एएसपी ट्रांसगोमती ने बताया कि पूछताछ में आरोपी मंगलेश ने कनक कार बाजार में चोरी की घटना साथियों के साथ मिलकर करने की बात कबूली। पुलिस ने मंगलेश और विनय की निशानदेही पर लूटी गई स्कार्पियो, मडि़यांव के होंडा शोरूम से चोरी की गई होंडा सिटी और गोमतीनगर विस्तार से सुलभ आवास के बाहर से चोरी की गई रॉयल इंफील्ड बरामद की। बरामद स्कार्पियो कुछ दिन पहले गोमतीनगर स्थित होटल दि लीफ के बाहर से लूटी गई थी।

जौनपुर में ट्रेस हुई दो गाडि़यां

सीओ क्राइम दीपक कुमार सिंह ने बताया कि वाहन चोरों के इस गैंग ने अब तक 30 से 35 गाडि़यां चोरी करने की बात स्वीकार की है। पुलिस ने बताया कि ट्रांसगोमती से चोरी दो लग्जरी गाडि़यों की लोकेशन जौनपुर में मिली। पुलिस टीम जौनपुर भेजी गई थी, लेकिन आरोपी पहले ही गायब हो गए। पुलिस को गैंग के सदस्यों मोनू, गिरिजा मिश्र और आलम के बारे में पता चला है। उनकी तलाश जारी है।

ऑन डिमांड करता था चोरी

गैंग लीडर मंगलेश ने बताया कि वह ऑन डिमांड चार पहिया वाहन चोरी करता था। उसने बताया कि कनक कार बाजार से वह आई-20 और फॉच्र्यूनर गाड़ी ही चोरी करने गया था। बाकी गाडि़यां उसके साथियों ने चोरी की थीं। मंगलेश ने बताया कि फॉच्र्यूनर गाड़ी में जीपीएस लगा था। कार बाजार से मेडिकल कॉलेज पहुंचने के बाद उसकी नजर जीपीएस पर पड़ी तो उसने सिस्टम का तार तोड़ दिया और उसमें लगा सिमकार्ड निकाल कर चबा लिया।

2 लाख में फॉच्र्यूनर और 65 हजार में स्कार्पियो बेचते थे

वाहन चोरों का गैंग चोरी की फॉॅच्र्यूनर को दो लाख में बेचने का सौदा तय कर चुके थे। आरोपी विनय ने बताया कि स्कार्पियो को बेचने के लिए 65 हजार का दाम तय किया था।

कलर के अनुसार चुराते थे पेपर

मंगलेश ने बताया कि जिस कलर की गाड़ी वह चुराते थे उसी कलर की दूसरी गाड़ी के पेपर चुराते थे। चुराए गए गाड़ी के पेपर से वह फर्जी नंबर डालकर बेच देते थे। चेकिंग में नंबर के आधार पर गाड़ी का कलर, बॉडी व अन्य डिटेल एप में आती नजर आती थी, जिससे पुलिस को भी शक नहीं होता था। बस फर्जी पेपर वाली गाड़ी का इंजन नंबर बदला रहता था, लेकिन चेकिंग के दौरान कोई पुलिस कर्मी इंजन नंबर चेक नहीं करता है।