RANCHI: दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में छपी 'बेटियां अनसेफ' और झारखंड में 2 माह में 200 दुष्कर्म के खुलासे के बाद राज्य में बेटी बचाएं या बेटी पढ़ाएं के नारे के साथ सड़कों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा है। आक्रोशित लोगों का कहना है कि हाल के दिनों में लगातार उन बेटियों को निशाना बनाया जा रहा है, जो पढ़ने-लिखने के लिए बाहर जाती हैं। ऐसे में माता-पिता अपनी बेटियों को पढ़ाएं या उनकी जान बचाएं। लोगों में रोष है और सिस्टम हमेशा की तरह मौन है। अफसाना की निर्ममतापूर्ण हत्या व शव को जलाए जाने के विरोध में शुक्रवार को भी शहर के अलग-अलग हिस्सों में लोगों ने रोष प्रदर्शन किया। भारी संख्या में लोगों ने प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए विरोध मार्च और प्रदर्शन किया। प्रशासन की लापरवाही के कारण लोगों में काफी गुस्सा भरा है।

पुलिस अधिकारी राजभवन तलब

राजभवन ने राज्य में महिलाओं के साथ लगातार हो रहे अपराधों पर गंभीर नाराजगी जतायी है। शुक्रवार को राज्य के डीजीपी समेत तमाम वरीय पुलिस पदाधिकारियों को राजभवन तलब किया गया। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने सभी पुलिस पदाधिकारियों से जवाब मांगा कि आखिरकार राज्य में कानून व्यवस्था लगातार गिरती क्यों जा रही है। राज्यपाल के सवालों का पुलिस अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं था। आंकड़ों के खेल में माहिर माना जाने वाला पुलिस विभाग आज अपने ही आंकड़ों पर बुरी तरह फंसा रहा। राज्यपाल ने गंभीर रूप से अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जनता के प्रति संवेदनशील होकर काम करें, आपकी जवाबदेही जनता के लिए है।

पब्लिक में भी भारी आक्रोश

राज्य की जनता में भी पुलिस प्रशासन के खिलाफ आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। लोग सड़कों पर उतर रहे हैं और इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं। रांची, जमशेदपुर, हजारीबाग समेत कई शहरों में प्रदर्शन हो रहे हैं और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है।

लापरवाही बर्दाश्त नहीं

राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने स्पष्ट रूप से पुलिस पदाधिकारियों को कहा कि बेटियां ही राज्य और देश का मान-सम्मान हैं। इस मामले में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती। अपराध पर लगाम लगाएं और डेवलपमेंट रिपोर्ट जल्द से जल्द दें।

गवर्नर के रूख से अफसरों के छूटे पसीने (बॉक्स)

अफसाना हत्याकांड में मांगी प्रोग्रेस रिपोर्ट (बॉक्स)

राजभवन सूत्रों की मानें, तो जब राज्यपाल महोदया ने पुलिस अधिकारियों से अफसाना हत्याकांड में जांच की प्रोग्रेस पूछी तो अधिकारियों के पसीने छूटने लगे। किसी के पास कोई जवाब नहीं था। कहा गया कि लोहरदगा पुलिस का केस है और मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गयी है।

इन मामलों पर भी भी गवर्नर ने ली क्लास

रांची-जमशेदपुर पुलिस पर सवाल

माननीया राज्यपाल ने जमशेदपुर, अरगोड़ा(रांची), राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में घटित बलात्कार की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए अपराधियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा पर अधिक संवेदनशील होकर पुलिस को विशेष ध्यान देने का भी निर्देश दिया।

2-गृह विभाग है सीएम के पास, तब ऐसे आंकड़े

राज्य का गृह विभाग सीएम रघुवर दास के पास है। इसके बावजूद भी अपराध का इस तरह बेलगाम होना शर्मनाक है। राज्यपाल ने कहा कि पुलिस दस्तावेजों से बाहर निकलकर जरा जनता का सामना करें, तब बात समझ में आएगी।

3-गाय तस्करी व आदिवासी हॉस्टल में मारपीट पर भी सवाल

बैठक में बेटियों पर हो रहे अत्याचार को रोकने के साथ-साथ गाय तस्करी, जमशेदपुर बलात्कार कांड तथा इन दिनों रांची और आसपास में हो रहे जमीन विवाद से संबंधित हत्याएं, बलात्कार की घटनाएं तथा भारतबंद के दौरान आदिवासी छात्रावास में कथित पुलिस ज्यादती की शिकायत के बारे में भी जानकारी ली।