- 11 किलो 270 ग्राम सोना बड़े चौराहे पर पुलिस और स्टेटिक टीम ने कार से बरामद किया

- पुलिस का दावा हवाला से आया सोना लखनऊ, बनारस और गोरखपुर में सप्लाई होना था, तीन को हिरासत में लिया

- शहर के भी एक नामी ज्वैलर्स का नाम सामने आया, कस्टम और आईटी डिपार्टमेंट की टीम ने कोतवाली पहुंच शुरू की छानबीन

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KANPUR(19april)

बड़े चौराहे पर सैटरडे दोपहर फ्.फ्0 बजे के करीब कोतवाली पुलिस और स्टेटिक टीम ने एक कार से करोड़ों का सोना बरामद किया। पुलिस के मुताबिक यह सोना सिटी से बाहर तीन शहरों में डिलीवर करने के लिए ले जाया जा रहा था। क्क् किलो से ज्यादा बरामद सोने की कीमत लगभग ब् करोड़ रुपए बताई जा रही है। एसएसपी ने बताया कि ये सोना हवाला के जरिए शहर में पहुंचने की आशंका है। देर रात को कस्टम डिपार्टमेंट की एक टीम भी इस मामले की छानबीन करने के लिए पहुंची। एसपी पूर्वी समेत अन्य ऑफिसर्स हिरासत में लिए गए लोगों से देर रात तक पूछताछ करते रहे। सूत्रों की माने तो इस पूरे मामले में बिरहाना रोड के एक बड़े ज्वैलर्स का नाम भी सामने आया है।

कोतवाली एसओ जयप्रकाश वर्मा ने बताया कि वह दोपहर फ्.फ्0 बजे के करीब स्टेटिक टीम के साथ बड़ा चौराहे पर चेकिंग कर रहे थे। उसी दौरान चौक की तरफ से एक इंडिका कार गुजरी तो उसे चेक करने के लिए रोका गया। गाड़ी चेक की गई तो उसमें पीछे रखे बैग में कई सोने की ईटें और जेवर मिले। इस पर कार में बैठे तीन लोगों को पुलिस माल समेत थाने ले गई। पूछताछ में तीनों की पहचान समर बहादुर सिंह, शिव गोविंद और सुनील मिश्रा के रूप में हुई है। इनमें से दो लखनऊ और एक कन्नौज का रहने वाला बताया जा रहा है। सूत्रों की माने तो मामले में पुलिस ने एक और शख्स को उठाया है, लेकिन अभी उसे सामने नहीं लाया जा रहा है। पकड़े गए माल में एक-एक किलो की 9 सोने की ईटें और ख्.ख्7 किलोग्राम सोने के बने हुए जेवर बरामद हुए हैं। रात तक एसपी पूर्वी संजीव कुमार समेत प्रशासन, कस्टम, आईटी डिपार्टमेंट की टीमें छानबीन करती रही। इनफोर्समेंट डॉयरेक्ट्रेट को भी इस मामले की सूचना दी गई है। वहीं मामले को दबाने का प्रयास भी किया गया। पुलिस ने आनन-फानन में सोने को सीज भी कर दिया।

लखनऊ, बनारस और गोरखपुर में करना था सप्लाई

सोना ले जाते हुए पकड़े गए शिवबहादुर ने पूछताछ में बताया कि इस सोने को उसे लखनऊ, बनारस और गोरखपुर में अलग-अलग लोगों तक पहुंचाना था। उसने यह भी बताया कि वह सिर्फ लॉजिस्टिक सपोर्ट का ही काम करता है। सोना किसका है, उसे नहीं पता।

इन सवालों के जवाब कौन देगा

- सिटी में इतना सोना कैसे और किसकी मदद से पहुंचा?

- चौक में किसके यहां से ये लोग सोना लेकर दूसरे शहर में डिलीवर करने जा रहे थे?

- अगर सोना हवाला का ही है तो शहर में किन लोगों से इसके तार जुड़े हैं?

- दोपहर फ्.फ्0 बजे पकड़े गए सोने की बात पुलिस रात तक दबाए क्यों बैठी रही?

- अगर पकड़े गए लोगों को सिर्फ माल की डिलीवरी करनी थी तो असली मास्टर माइंड कौन है?

- क्या क्क् किलो सोना ही कानपुर आया था, या फिर कानपुर में डिलीवरी के बाद यह दूसरे शहरों मे भेजा जा रहा था?

- सिटी में किन लोगों के तार इससे जुड़े हैं?