एक रिपोर्ट के अनुसार
हाल ही में इन्वेस्टमेंट बैंकर मॉर्गन स्टेनली ने अपनी रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के भाव काफी नीचे आकर 800 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकते हैं। इतना ही नहीं घरेलू बाजार में सोने की कीमतें 20,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के नीचे भी आने का दावा किया जा रहा है। इसको लेकर मॉर्गन स्टेलनी कहते हैं कि वैश्विक बाजार में सोने में निवेश का सेंटीमेंट काफी खराब है। ऐसे में बड़ी तादाद में निवेशक सोने में निवेश करने से दूरी बनाते  जा रहे हैं।

मार्गन स्टेनली ने बताया
22 जुलाई को जारी अपनी रिपोर्ट में मॉर्गन स्टेनली ने बताया कि सोने के लिए माहौल लगातार बिगड़ता ही जा रहा है। इस क्रम में सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें 1086.18 डॉलर प्रति औंस पर गिर गई थीं। यह मार्च 2010 के बाद का सबसे निचला स्तर था। 2008 में सोना 800 डॉलर प्रति औंस पर था। वहीं 2015 के लिए मॉर्गन स्टेनली ने इसकी औसत कीमत 1190 डॉलर रहने का अनुमान जताया है।

ये हो सकते हैं कारण
गोल्डमैन सैक्स से मिली जानकारी पर गौर करें तो अमेरिका अपने बाजार में ब्याज दरों को बढ़ाने की तैयारी में लगा हुआ है। इसको देखते हुए डॉलर लगातार मजबूत हो रहा है। इसके अलावा निवेशक सोने में पैसा लगाने से लगातार कट रहे हैं। ऐसे में सोने की कीमतों में इन कारणों के मद्देनजर अभी और भी ज्यादा गिरावट का अंदेशा है। इसमें पहला कारण है अमेरिका में ब्याज दरों के बढ़ने की संभावना। दूसरा हो सकता है डॉलर इंडेक्स में लगातार मजबूती का आना। तीसरा हो सकता है निगेटिव रिटर्न, ईटीएफ की भारी बिकवाली। चौथा सामने आ सकता है चीन और भारत में मांग में लगातार गिरावट का आना। पांचवा और आखिरी हो सकता है कि इरान और ग्रीस मसले के समाधान से सुरक्षित निवेश का रुझान घटना।

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